Bundi news: राजस्थान के बूंदी के खरायता गाँव के एक सिविल इंजीनियर ने डिप्रेशन मे विषाक्त पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली. इंजीनियर का शव घर से डेढ़ किमी दूर जंगल मे मिला. वह शुक्रवार सुबह से ही घर से लापता था. बाद में पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अस्पताल मोर्चरी में रखवाया. खरायता निवासी सुरेश कुमार वर्मा (30) पुत्र कन्हैया लाल की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई. 


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प्रथम दृष्टया मामला विषाक्त पदार्थ के सेवन का लग रहा है. तीन महीने से डिप्रेशन मे चल रहे इंजीनियर सुरेश कुमार शुक्रवार अल सुबह से ही घर से लापता था. परिजनो ने उसे घर पर नही मिलने पर इधर उधर तलाश किया लेकिन उसका कोई पता नही लगा. बाद मे उसके लापता होने की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद परिजन उसकी तलाश मे जुटे रहे. इसी दौरान परिजन उसे रेलवे ट्रैक सहित गाँव के आसपास के इलाके मे खोजते रहे. परिजन व ग्रामीण जब उसकी तलाश मे जंगल की तरफ गए तो वह बेसुध पडा मिला.


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 इस पर लाखेरी पुलिस को सूचना दी मौके पर हैड कांस्टेबल सोहन लाल पहुंचे तब तक उसकी मौत हो चूकी थी. पुलिस ने शव को लाखेरी अस्पताल मोर्चरी मे रखवाया है. मृतक सुरेश ने सिविल में इंजीनियरिंग का डिप्लोमा किया था. वह पी डब्लू डी सहित लाखेरी इंदरगढ व इटावा नगर पालिका में सेवा दे चूके थे. कूछ महीनो पहले ही वे सरकारी सेवा में जेईएन के रूप में आए थे. सुरेश का विवाह के बाद से ही पत्नि से विवाद हो गया था.


इसके चलते अक्सर वह डिप्रेशन मे रहने लगे थे. परिजनो के मुताबिक तीन महीने से तो वह गुमशुम रहने लगे ओर बहुत कम बातचीत करते थे. गुरूवार की रात दो बजे तक सुरेश पिता के साथ खेत पर थे, बाद मे घर आ गये थे. इसके बाद वे बिना बताए घर से निकल गए. पुलिस के अनुसार विषाक्त पदार्थ के सेवन से मौत का मामला लग रहा है. पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है.