Mewar University: चित्तौड़गढ़ के गंगरार स्थित मेवाड़ यूनिवर्सिटी में बीएससी नर्सिंग के तृतीय वर्ष के 35 जम्मू-कश्मीर के छात्र पिछले तीन दिनों से केम्पस परिसर में मुख्य गेट के सामने धरने पर बैठे हैं. छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी ने राजस्थान नर्सिंग काउंसिल या भारतीय नर्सिंग काउंसिल में एफिलिएशन के बिना ही उन्हें प्रवेश दे दिया गया, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है. 


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सभी छात्र स्कॉलरशिप के लिए चुने गए थे, लेकिन अब वे अपने करियर की चिंता में हैं. छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी को उनकी स्थिति का समाधान करना चाहिए और उनकी डिग्री को मान्यता दिलानी चाहिए. मेवाड़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने यूनिवर्सिटी के बिना एफिलिएशन के प्रवेश देने के मुद्दे पर विरोध किया, तो प्रबंधन ने उन्हें रेस्टीकेट कर दिया. अब छात्र दूसरी एफिलेटेड यूनिवर्सिटी में माइग्रेशन की मांग कर रहे हैं.


दूसरी ओर, मेवाड़ यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने सभी आवश्यक योग्यताएं पूरी की हैं और राजस्थान हाई कोर्ट के 2022 के आदेश के बावजूद राजस्थान नर्सिंग काउंसिल ने एफिलिएशन नहीं दिया. इसके खिलाफ यूनिवर्सिटी ने हाई कोर्ट में कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट के तहत याचिका दायर की है, जिस पर कोर्ट ने फिर से नोटिस जारी किए हैं और जल्द ही यूनिवर्सिटी को एफिलेशन मिल जाएगा.


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