Churu: राजस्थान के चूरू शहर अब जल्द ही होगा कचरा मुक्त. यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो वह दिन दूर नहीं जब चूरू में जगह-जगह दिखाई देने वाला कचरा आमजन की नजरों से औझल हो जाएगा. यहां गुरुवार को कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग और नगरपरिषद सभापति की ओर से करीब 40 लाख की लागत से मंगवाई गई ट्रोमल मशीन का शुभारंभ करने के बाद सभापति पायल सैनी ने यह बात कही कि अब चूरू शहर जल्दी ही कचरा मुक्त हो जाएगा. 


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उन्होंने बताया कि चूरू नगरपरिषद जिले की वह पहली नगरपरिषद है, जिसमें इस मशीन के द्वारा वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निस्तारण होगा. उन्होंने बताया कि इस मशीन के आने से प्रतिदिन 200 से 250 टन कचरे का पृथकीकरण मशीन के द्वारा ही किया जाएगा. उसके बाद कचरें को अलग-अलग एकत्रित कर खाद के काम में आने वाले कचरे से खाद बनाई जाएगी. 


इसकी बिक्री से नगरपरिषद का राजस्व भी बढ़ेगा. इसी प्रकार प्लास्टिक को सिमेन्ट फैक्ट्रियों में भेजा जाएगा. वहीं, लोहे आदि को भी बिक्री के लिए काम में लिया जाएगा.  सभापति पायल सैनी ने बताया कि फिलहाल यह कार्य हनुमान गढ़ी में प्रारंभ किया गया है क्योंकि नगरपरिषद द्वारा आज दिनांक तक शहर से एकत्रित किए जाने वाला कचरा ओटो टीपरों और ट्रेक्टरों के माध्यम से हनुमानगढ़ी में ही डंप किया जा रहा है. 


वर्तमान में हनुमानगढ़ क्षेत्र में 7000 टन कचरा पड़ा हुआ है, जिसके निस्तारण में लगभग 6 माह का समय लग जाएगा. वहां से कचरे को अलग-अलग कर यही इसका निस्तारण कर दिया जाएगा और यह स्थान खाली होने के बाद निकट भविष्य में इस ट्रोमल मशीन को राजगढ़ रोड़ पर स्थित एम.आर.एफ. सेंटर पर स्थापित कर दिया जाएगा.  


इस अवसर कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि हम सब का यह प्रयास होना चाहिए कि चूरू जिला कचरा मुक्त हो और स्वच्छता की रेंक में शामिल होकर अच्छे पायदान पर पहुंचे. इसके लिए जन प्रतिनिधियों के साथ-साथ आमजन का सहयोग अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं. इस असर पर नगरपरिषद आयुक्त मघराज डूडी, अधिशाषी अभियंता पूर्णिमा यादव, पार्षद युसुफ खां मोयल, चंद्रप्रकाश सैनी, गोकुल शर्मा, कुलदीप तंवर व लोकेश सैनी आदि उपस्थित रहे. 


Reporter- Gopal Kanwar 


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