Dausa, Rajasthan News: राजस्थान का मुख्य व्यवासय कृषि और पशुपालन है, जिस पर लोगों को सरकारी मदद दी जा रही है. इसी के चलते राष्ट्रीय पशुधन मिशन उद्यमिता विकास कार्यक्रम (National Livestock Mission Entrepreneurship Development Program) के जरिए पशुपालकों को पशु विभाग सहायता राशि देकर इस व्यवासय को बढ़ावा दे रहा हैं. बस इस सहायता राशि को प्राप्त करने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं, इन्हीं के तहत पशुपालकों को यह सहायता राशि दी जाएगी. 


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योजना में हुआ संशोधन
पशु विभाग (Animal department) के कहा कि इस बार बकरी पोल्ट्री की स्थापना, फार्म की स्थापना, चारा ब्लॉक की स्थापना, सूअर पालन फार्म बनाने का प्लान है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों भेड़ पालन और बकरी पालन के लोगों के मन में इच्छा देखी गई है. इस योजना के तहत पहले 500 भेड़ या बकरी 25 होना जरूरी था, लेकिन अब में संशोधन किया गया है, जिसके चलते अब छोटे पशुपालक भी इसका लाभ उठा पाएंगे. 


पशुपालक को मिलेगी 50 लाख तक की सब्सिडी
वहीं, इस योजना में संशोधन के बाद छोटे पशुपालक को पास कम से कम 100 भेड़ या बकरी और 5 बकरे होना जरूरी है, जिस पर 10 लाख की सब्सिडी मिलेगी. 200 भेड़ या बकरी और 10 बकरे या 10 मीडे होने चाहिए, इस पर आपको 20 लाख की सब्सिडी मिलेगी. 300 बकरी या भेड़ और 15 बकरे या मीडे होने पर 30 लाख की सब्सिडी है. वहीं, 400 भेड़ या बकरी और 20 बकरे होने पर 40 लाख की सब्सिडी मिलेगी और 500 भेड़ या बकरी और 50 बकरे या मीडे होने पर 50 लाख तक की सब्सिडी मिलेगी. 


पशुपालक करें ऑनलाइन आवेदन 
इस योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. ऑनलाइन आवेदन के बाद वे लोग पशु विभाग के जिला कार्यालय या नजदीक पशु अस्पताल से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.