मुकेश सोनी, कोटा: रेलवे विभाग ने बांद्रा टर्मिनस से देहरादून के बीच चलने वाली देहरादून एक्सप्रेस (Dehradoon Express) को तीन महीने निरस्त कर केवल मेरठ तक चलाने का निर्णय लिया है. रेलवे के इस फैसले से अस्थि कलश लेकर हरिद्वार जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है. 


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रेलवे विभाग के एक फैसले ने आमजन की मुसीबत बढ़ा दी है. मुरादाबाद डिवीजन में यार्ड रिमॉडलिंग कार्यों के चलते विभाग ने 7 नवंबर को आदेश जारी कर बांद्रा टर्मिनस से देहरादून के बीच चलने वाली देहरादून एक्सप्रेस (Dehradoon Express) को तीन महीने बंद करने का निर्णय लेते हुए इसे केवल भरतपुर तक चलाने का फैसला किया. 


ऐसे में इस रेलगाड़ी से अस्थि कलश हरिद्वार लेकर जाने वाले यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है क्योंकि ये रेलगाड़ी तीन बड़े मंडल से होकर गुजरती है. इसी ट्रेन से सबसे ज्यादा यात्री हरिद्वार तक का सफर करते हैं. इस गाड़ी के केवल मेरठ तक संचालित होने से लोगों को ज्यादा पैसा खर्च करके एसी ट्रेन में हरिद्वार तक सफर करना पड़ रहा है. 


यात्रियों का कहना है कि जब नंदादेवी एक्सप्रेस को हरिद्वार तक चलाया जा सकता है तो देहरादून एक्सप्रेस (Dehradoon Express) क्यों नहीं? यात्रियों के विरोध के बाद देहरादून एक्सप्रेस (Dehradoon Express) को भरतपुर से आगे बढ़ाकर केवल मेरठ तक ही संचालित करने का निर्णय लिया गया है. यात्री इसे रेलवे विभाग की अकर्मण्यता बता रहे हैं. 


मध्यमवर्गीय लोगों की बढ़ी परेशानी
यात्रियों का कहना है कि मेगा ब्लॉक कार्य के चलते कोटा-बीना ट्रेन को भी निरस्त कर दिया गया है. इस गाड़ी में मध्यमवर्गीय लोग सफर करते हैं. ये ट्रेन से सर्विस क्लास लोगों के संजीवनी का काम करती है. विभाग ने इसे भी निरस्त किया है जबकि ये इस ट्रेन को गुना तक चलाया जा सकता था. यात्रियों के कहना है कि रेलवे विभाग के फैसले गरीबों की कमर तोड़ने वाले फ़ैसले हैं. लंबी दूरी की कम किराए वाली ट्रेन को निरस्त करके, महंगे किराए वाली एसी ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है.