Chorasi assembly By Election 2024: डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा से अनुभवी चेहरे कारीलाल ननोमा चुनावी मैदान में है, तो वहीं कांग्रेस से युवा चेहरे महेश रोत और बीएपी से युवा चेहरा अनिल कटारा चुनाव लड़ रहे हैं. तीनों ही उम्मीदवारों को उनकी पार्टी ने पहली बार विधानसभा चुनाव का मौका दिया है. वहीं, चौरासी सीट तीनों पार्टियों के लिए चुनौती है. इस सीट पर लगातार दो बार से भारत आदिवासी पार्टी का कब्जा रहा है. वहीं, कांग्रेस और भाजपा भारत आदिवासी पार्टी के इस विजय रथ को रोकने की जुगत में है. चौरासी सीट पर फतह हासिल करने के लिए तीनों प्रत्याशी और उनके पार्टी के दिग्गज लगे हुए है. 


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भाजपा से टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने सम्भाल रखी कमान 
चौरासी सीट पर जहां तीनों दलों के प्रत्याशियों ने तो चुनावी प्रचार में अपनी ताकत झोंक रखी है, वहीं उनके दलों के दिग्गज भी जीत के लिए प्रचार में जी जान लगा रहे है. बात भाजपा की करें, तो चौरासी सीट की जिम्मेदारी डूंगरपुर के प्रभारी और टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी को दी गई है जो कि गांव-गांव जाकर जनता से भाजपा के समर्थन में वोट डालने की अपील कर रहे है. वहीं, भाजपा की ओर से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़, पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया भी चुनावी प्रचार कर चुके है. वहीं, 11 नवंबर को सीएम भजनलाल शर्मा भी भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी प्रचार करने वाले है. 



दांव पर सांसद राजकुमार रोत की प्रतिष्ठा
वहीं, कांग्रेस की बात करें, तो चौरासी सीट की जिम्मेदारी कांग्रेस ने डूंगरपुर विधायक और यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोगरा को दी है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा कांग्रेस की जीत के लिए चुनावी प्रचार में लगे है. वहीं 10 नवंबर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी चौरासी में चुनावी प्रचार करेंगे. इधर बात करे भारत आदिवासी पार्टी की तो यहां पर चौरासी से लगातार दो बार विधायक रहे और वर्तमान सांसद राजकुमार रोत ने जिम्मेदारी संभाल रखी है. दो बार लगातार जीत दर्ज करने के चलते चौरासी सीट पर रोत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. 



तीनो दलों का महिलाओं और युवाओं पर ज्यादा फोकस
वैसे तो तीनो दलों के प्रत्याशी और दिग्गज सभी वर्गों को साधने में लगे है, लेकिन महिलाओं और युवाओं पर तीनो दलों का फोकस ज्यादा है. चौरासी सीट पर कुल 2 लाख 55 हजार 375 मतदाता है. इसमें पुरुषों की संख्या 1 लाख 30 हजार 647 है, जबकि महिलाओं की संख्या 1 लाख 24 हजार 727 है. इसमें युवाओं की बात करें, तो कुल 2 लाख 55 हजार 375 मतदाता में से 1 लाख 31 हजार 263 मतदाता युवा है. इस सीट पर पहले लगातार दो बार जीत युवाओं के साथ आने से मिली थी. ऐसे में बीएपी के साथ कांग्रेस और भाजपा का ज्यादा फोकस यूथ और महिलाओं पर है. बीएपी जहां युवाओं और महिलाओं को कांग्रेस और भाजपा द्वारा आजादी के बाद से कुछ नहीं करने के आरोप लगाते हुए साधने में लगे है, तो वहीं कांग्रेस और भाजपा अपनी-अपनी सरकारों के दौरान युवाओं और महिलाओं के लिए किए कार्यों को उपलब्धियों को गिनाते हुए साधने में लगी है. 



किसके सिर सजेगी जीत का सेहरा
बहरहाल कांग्रेस, भाजपा और बीएपी के दिग्गज जहां चौरासी सीट पर अपनी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है, वहीं सीट पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं और युवाओं को साधने में लगे है, लेकिन चुनाव में युवा और महिलाएं किस पार्टी को समर्थन देकर जीत का सेहरा बांधेंगे ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा. 



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