Chorasi: डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना क्षेत्र के मांडेला उपली  गांव में एक मादा पैंथर के साथ उसका शावक नजर आने के बाद लोगों ने घेरकर पत्थर मारे. मादा पैंथर जंगल में भाग गई, लेकिन शावक एक पेड़ पर चढ़ गया. जिसे लोगों ने चारो तरफ से घेरकर पकड़ लिया और रस्सियों से उसके चारो पैर बांध दिए. मौके पर पहुंची वन विभाग ने टीम ने शावक को कब्जे में लेकर डूंगरपुर पशु अस्पताल में इलाज करवाया है.


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डूंगरपुर जिले के चोरासी थाने के एएसआई सुरेंद्र सिंह और हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह ने बताया की मां उपली गांव में एक पैंथर में बकरियों का शिकार किया. इसके बाद पैंथर और शावक खेतों में फसल के बीच जाकर छुप गए. आज शुक्रवार दोपहर के समय लोगो को पैंथर और शावक खेतों में नजर आए. इस पर लोग हल्ला मचाते हुए खेतो के चारो ओर इकट्ठे हो गए. लोगो के हल्ला करने पर पैंथर और उसका शावक भागने लगे. मादा पैंथर जंगल की तरफ भाग गई. लेकिन शावक भाग नहीं सका और एक पेड़ पर चढ़ गया.


लोग भी पेड़ के चारो ओर इकट्ठे हो गए. वही लोगो ने घेरकर शावक को पकड़ लिया. इसके बाद शावक के चारो पैर रस्सियों से बांध दिए. सूचना पर चौरासी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. वही आंतरी रेंजर चंद्रजीत सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे. चोंट लगने से पैंथर का शावक घायल होकर बेसुध हो गया. वन विभाग ने डेढ़ साल के पैंथर के शावक को कब्जे में लिया. इसके बाद उसे पशु चिकित्सालय लेकर आए. जहा उसका इलाज करवाया गया. डीएफओ सुगनाराम जाट ने बताया की पैंथर का शावक अभी सुरक्षित है और उसका इलाज करने के बाद वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा.