Dungarpur News: विश्व में कई देशों में कोरोना के चलते बिगड़ते हालातों को देखते हुए डूंगरपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ पर है. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने बंदोबस्त चाक-चौबंद कर लिए गए है. दवाओं, स्टाफ और अन्य जरूरी साजों-सामान की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है. जिला अस्पताल में 150 बेड रिजर्व कर लिए गए हैं, वहीं 60 बेड आइसोलेशन के लिए रखे गए हैं. इसके साथ ही आईसीयू के 38, पीआईसीयू के 30, एफएनबीसी के 12, एनआईसीयू के 30 बेड भी उपलब्ध है और साथ ही 53 वेंटीलेटर भी तैयार है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी ने फिर से पैर-पसारने शुरू कर दिए हैं. वहीं कई देशों में हालात बिगड़ भी रहे है. कोरोना की फिर से दस्तक की आहट से राजस्थान सरकार के साथ डूंगरपुर जिले के स्वास्थ्य महकमा भी अलर्ट मोड़ पर है. डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेज के श्री हरिदेव जोशी जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं को लेकर पूरी तरह से अलर्ट है. पूर्व में कोरोना की महामारी वाली लहरों से हुए नुकसान को देखते हुए तैयारियों की इस बार जमीनी स्तर पर जांच की जा रही है. पूर्व में महामारी के चलते कई लोग काल के ग्रास बने थे और बड़े स्तर पर लोग कोरोना महामारी के अन्य प्रभावों के कारण आज भी पटरी पर नहीं आ सकें. इन सभी परेशानियों से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ महेंद्र के निर्देशन में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं.


कोरोना के चलते 150 बेड रिजर्व
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ महेंद्र डामोर ने बताया कि संभावित कोरोना महामारी की दस्तक को देखते हुए अस्पताल में 150 बेड रिजर्व कर लिए गए हैं. 150 में से 80 प्रीफैबरीकेटेड बेड हैं, जिन पर ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए सप्लाई हो सकती है. वहीं 60 बेड आइसोलेशन के लिए रखे गए हैं और विशेष परिस्थिति में मरीज के गंभीर हालत में होने पर आईसीयू के 38, पीआईसीयू के 30, एफएनबीसी के 12, एनआईसीयू के 30 बेड भी उपलब्ध है. साथ ही 53 वेंटीलेटर भी तैयार है, जो क्रिटिकल कैटेगरी के मरीजों की जिंदगी बचाने में महत्वपूर्ण होते हैं. वहीं 165 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी अस्पताल के पास उपलब्ध है. मास्क पीपी किट और अन्य डिस्पोजेबल सामग्री भी रेडी स्टॉक में है.


तीन ऑक्सीजन प्लांट चालू
डॉ महेंद्र डामोर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए 3 प्लांट चालू हालत में जिनकी जांच कर ली गई है. वहीं बैकअप के लिए 374 ऑक्सीजन सिलेंडर भी भरवा कर रख लिए गए हैं. किसी सूरत में यदि तीनों प्लांट एक साथ बंद हो जाते हैं, तो इन ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किया जा सकेगा. डॉ महेंद्र ने बताया कि स्टाफ को लेकर भी तैयारियां कर ली गई है. डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है, लेकिन आरटीपीसीआर जांच के लिए प्रयोगशाला में टेक्नीशियन की डिमांड सरकार को भेज दी गई है.


यह भी पढ़ें - जानिए कहां है राजस्थान का 'स्विट्जरलैंड',फेमस कॉमेडियन कपिल शर्मा की फिल्म की हुई थी शूटिंग


विश्व के कई देशों में कोरोना महामारी ने एक बार से हालात बिगड़ दिए है, जिसके चले देश और प्रदेश में भी सरकार अलर्ट मोड़ पर है. सरकार की ओर से हाल ही में पूरे देश में कोरोना को लेकर एक मोक ड्रिल भी करवाई है. खैर कोरोना की फिर से आहट को देखते हुए सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क है, लेकिन आवश्यकता आम नागरिक की भी है कि वे भी कोरोना महामारी से बचने के लिए सोश्यल डिस्टेंसिंग और मास्क के प्रयोग के साथ सभी सावधानियां बरतें.


Reporter: Akhilesh Sharma


खबरें और भी हैं...


पहले मेड़ता MLA की कार से,अब हनुमान बेनीवाल के घर से चोरी, चोरों के निशाने पर RLP नेता


माउंट आबू और पुष्कर के साथ इन जिलों को 50% छूट पर मिलेगा शराब बेचने का स्थाई लाइसेंस


आसान नहीं रही PM नरेंद्र मोदी की मां हीराबा की जिंदगी, फिर भी भाग्य को नहीं दिया दोष