Dungarpur: राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस की बाड़ेबंदी में जाने और कांग्रेस को समर्थन करने वाले डूंगरपूर जिले के बीटीपी के दोनों ही विधायको को अब पार्टी की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं. पार्टी ने दोनों विधायकों को 15 दिन में नोटिस का जवाब देने के लिए समय दिया गया है. इसके बाद ही दोनों विधायकों के खिलाफ पार्टी की गाइड लाइन तोड़ने पर कार्रवाई की जाएगी. 


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बीटीपी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. वेलाराम घोघरा ने कहा कि राज्यसभा चुनावों में पार्टी की ओर से व्हिप जारी किया गया था, जिसमें दोनों ही विधायक सागवाड़ा से रामप्रसाद डिंडोर और चौरासी से विधायक राजकुमार रोत को किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन नहीं करने के लिए कहा था. सरकार के सामने कांकरी डूंगरी केस वापस लेने सहित क्षेत्र की कई मांगों को लेकर प्रस्ताव रखा था. सरकार ने कांकरी डूंगरी प्रकरण में दर्ज मामले तो वापस नहीं लिए लेकिन दोनों ही विधायक बिना किसी सूचना के कांग्रेस की बाड़ेबंदी में जाकर बैठ गए. 


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सरकार से कांकरी डूंगरी केस भी वापस नहीं करवा सके और यहां के आदिवासी युवाओं के साथ धोखा किया. डॉ. वैलाराम घोघरा ने दोनों ही विधायको पर सरकार से आर्थिक लाभ लेकर समर्थन करने के भी आरोप लगाए और कहा कि इसी वजह से दोनों हो विधायक कांकरी डूंगरी और  यहा की मांगों को लेकर चुप है. 


प्रदेशाध्यक्ष डॉ वेलाराम ने कहा कि विधायको की ओर से बिना सूचना के बाड़ेबंदी में जाने ओर कांग्रेस को समर्थन करने को गलत मानते हुए नोटिस जारी किए है. दोनो विधायको को 15 दिन का वक्त दिया है. इस दौरान दोनों को अपना जवाब पेश करना होगा. इसके बाद दोनों विधायकों के खिलाफ पार्टी कमेटी की मीटिंग में निर्णय लेकर कार्रवाई की जाएगी.


Reporter- Akhilesh Sharma


 


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