Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के देवल में सरकारी कॉलेज खोलकर उच्च शिक्षा विभाग भूल गया है. कॉलेज के विद्यार्थियों के पास बैठने तक की व्यवस्था नहीं है, जिस स्कूल में वैकल्पिक रूप से कॉलेज चलाने के लिए कमरे दिए गए थे. उसे स्कूल ने वापस ले लिया है. ऐसे में जगह नहीं होने पर कॉलेज के विद्यार्थी भटकने को मजबूर है. कॉलेज विद्यार्थियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर राहत पहुंचाने की मांग की है.


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डूंगरपुर जिले के देवल सरकारी कॉलेज के विद्यार्थी आज कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस दौरान विद्यार्थियों ने बैठक व्यवस्था की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. वहीं डूंगरपुर एसडीएम को जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर देवल कॉलेज के विद्यार्थियों ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप डूंगरपुर जिले के देवल में सरकारी कॉलेज इसी सत्र से शुरू किया गया था. कॉलेज चलाने के लिए देवल स्कूल में दो कमरों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वर्तमान में स्कूल के प्राचार्य ने वे दोनों कमरे वापस ले लिए है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में देवल कॉलेज में 127 विद्यार्थी है, लेकिन कॉलेज के पास न तो कमरे है और न ही विद्यार्थियों के लिए बैठने की व्यवस्था है.


आपको बता दें कि स्कूल की ओर से कमरे लेकर एक स्टोर दिया गया है, लेकिन उसमे 20 ही विद्यार्थी बैठ सकते हैं, जिसके चलते कॉलेज विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई बार कॉलेज के प्रिंसिपल और नोडल को भी अवगत किया जा चूका है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. ऐसे में अब कॉलेज विद्यार्थियो ने डूंगरपुर एसडीएम को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कॉलेज विद्यार्थियों ने बैठक व्यवस्था करवाने और उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से करवाने की मांग की है.


Reporter: Akhilesh Sharma


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