Sagwara: डूंगरपुर जिले के पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ कार्मिकों की विभिन्न लंबित मांगों को लेकर आज से सामूहिक अवकाश पर उतर गए हैं. इसी के तहत डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा में भी पशु चिकित्सा सहायक व पशुधन सहायक अपनी मांगों को लेकर अवकाश पर उतरे और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. इधर पशु चिकित्सा कार्मिकों के अवकाश पर उतर जाने से जिलेभर में लंपी वायरस संक्रमित गोवंश के उपचार सहित अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं. 


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पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ की मांगों पर सहमती बनने पर राज्य सरकार द्वारा चार माह बाद भी मांगे पूरी नहीं किए जाने पर पशु चिकित्सा कार्मिकों में रोष व्याप्त है. इसी रोष के चलते डूंगरपुर जिले में पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के आव्हान पर सभी पशु चिकित्सा कार्मिक आज से सामूहिक अवकाश पर उतर गए हैं. इसी के तहत डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा ब्लॉक के पशुपालन विभाग के 50 से  अधिक पशु चिकित्सा सहायक व पशुधन सहायक सामूहिक अवकाश पर रहे. इस दौरान कार्मिकों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. 


इस मौके पर संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सहित जिले और उपखंड़ में गोवंश बीमारी के संकट काल से गुजर रहा है. पशु चिकित्साकर्मी पूरे मनोयोग से पशुधन की सेवा में लगे हुए हैं और प्रदेश के पशुधन की सेवा को वचनबद्ध हैं, लेकिन सरकार ने 4 माह पूर्व किए वादे पर अमल नहीं कर पशु चिकित्सा सहायक और पशुधन सहायकों के हितों पर कुठाराघात किया है.  


चार माह बीत जाने के बाद भी एक भी मांग पर किसी भी तरह की क्रियान्विति के प्रशासनिक आदेश जारी नहीं हुए, जिसके चलते पशु चिकित्सा कार्मिकों में रोष व्याप्त है और इसी के कारण उन्हें ये कदम उठाना पड़ा है. पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने सरकार से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है. 


इधर, पशु चिकित्सा कार्मिकों के सामूहिक अवकाश पर उतर जाने से  सभी पशु चिकित्सा उपकेंद्रों सहित पशुधन सहायकों के भरोसे चल रहे पशु चिकित्सालय में कार्य ठप हो गए हैं. वहीं, पशु चिकित्सा कार्मिको के सामूहिक अवकाश का असर लंपी वायरस से ग्रसित गोवंश के उपचार पर भी पड़ रहा है. 


Reporter-Akhilesh Sharma


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