Alwar: अलवर में देर शाम यूआईटी प्रशासन बुध विहार वार्ड नंबर 2 कच्ची बस्ती में अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग लेकर पहुंचा. स्थानीय लोगों के विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा दरअसल यूआईटी के अतिक्रमण अधिकारी भानूश्री यूआईटी की जमीन पर बने शिव मंदिर पर कार्रवाई करने के लिए अतिक्रमण निरोधक दस्ते को लेकर पहुंची थी लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका विरोध जताया.


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यूआईटी दल ने दिए अतिक्रमण हटाने के निर्देश


वहीं आपसी बातचीत में यूआईटी के अधिकारियों द्वारा 24 घण्टे में अपने स्तर पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए. वार्ड नंबर 2 के पार्षद जितेंद्र सैनी ने बताया बुध विहार कच्ची बस्ती के पास EWS के 4000 से 5000 क्वाटर्स है. जहां कोई मंदिर नहीं है, ऐसे में महिलाओं को मंदिर पूजन के लिए दूर जाना पड़ता है.


इस परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने यूआईटी की वेस्ट खाँचा भूमि जिस पर कचरे का ढेर है, सुअर घूमते है चारों तरफ गंदगी का आलम है. उसकी साफ सफाई कर हिन्दू रीति रिवाज से कुछ समय पूर्व यहां शिव मंदिर स्थापित किया गया है, जिसे हटाने को लेकर यूआईटी प्रशासन अंधेरे में आया जो कि गलत है.


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उन्होंने कहा मंदिर का निर्माण कार्य यूआईटी द्वारा कराया जाना चाहिए था क्योंकि यूआईटी ने यहां लोगो को बसाया है लेकिन चारों तरफ फैली गंदगी और बदबू से लोग परेशान है, बीमारियों का अंदेशा बना रहता है, लेकिन यूआईटी समस्या के निपटाने की बजाय शिव मंदिर को हटाने को जल्दबाजी कर रही है.


वहीं अन्य महिला रुक्मणी ने बताया जिस भूमि पर मंदिर बनाया है तो वहां सूअर घूमते थे कचरे के ढेर लगे थे हवा चलने पर कचरा पूरी सोसाइटी में फैल जाता इसे साफ किया गया विधि-विधान तरीके से शिव परिवार को स्थापित किया गया, उल्टा यूआईटी प्रशासन इस पर कार्रवाई कर रही है. जो कि न्याय संगत नहीं है.


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