Dudu: राज्य के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार को लेकर सतर्क है पर राज्य में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार मुक्त राज्य के सपनों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. ऐसा ही मामला देखने को मिला दूदू थाना क्षेत्र में, जहां इन दिनों बजरी माफिया और पुलिस का गठजोड़ पब्लिक के सामने आ गया.


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दूदू पुलिस की खाखी एक बार फिर दागदार होती नजर आ रही है. यहां बजरी माफिया और पुलिस का गठजोड़ फिर देखने को मिल रहा है. पुलिस ने दो दिन पूर्व एक ट्रेलर चालक को पकड़ा था, जिसमें कबूल किया कि अजमेर के बजरी एजेंट के जरिये दूदू थाने का हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल बंधी लेकर अवैध बजरी के वाहनों को पास कराना बताया. इस पुलिस के आला अधिकारियों ने विस्तृत जांच के आदेश जारी किए. 


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जांच में दातारी चौकी पर तैनात कॉन्स्टेबल सुरेश की अहम भूमिका पाए जाने पर आला अधिकारियों के निर्देश पर दूदू पुलिस ने सुरेश को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल हेड कॉन्स्टेबल की भूमिका की जांच जारी है. आपको बता दें कि दूदू सीओ विजय सेहरा भी ऐसे प्रकरण में कुछ माह पूर्व ऐसे बजरी बंधी के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं. ये थाना नेशनल हाइवे पर स्थित होने के कारण अकसर ऐसे प्रकरण देखने को मिल ही जाते है. अब देखना होगा के जांच किस दिशा में बढ़ती है या विभाग द्वारा लीपापोती कर ही मामले को निपटा दिया जाएगा.


दूदू में एक बार फिर पुलिस और बजरी माफिया का गठजोड़ सामने आया है. पुलिस ने एक ट्रेलर चालक को पकड़ा है, जिसने पूछताछ में कबूल किया है कि अजमेर के बजरी एजेंट के जरिए हेड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल बंधी लेकर उसके ट्रेलर पास कराते थे. यह तथ्य सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं. अब ट्रेलर चालक और एजेंट की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है, जिसमें और पुलिसकर्मियों की भूमिका भी सामने आ सकती है. 
ज्ञात रहे कि यहां एक साल पहले बजरी माफिया से मिलीभगत के मामले में तत्कालीन सीओ विजय सेहरा को गिरफ्तार किया गया था. दूदू थानाधिकारी चेतराम ने तीन दिन पहले अवैध बजरी से भरा ट्रेलर जब्त किया था. उसके चालक से पूछताछ की तो मिलीभगत का खुलासा हुआ.
ट्रेलर चालक शैतान गुर्जर से पूछताछ के बाद पुलिस ने ट्रेलर मालिक ओमप्रकाश गुर्जर से बात की तो उसने पुलिस को बताया कि अजमेर के एजेंट बबलू के जरिए बजरी परिवहन का खेल होता है. पुलिस ने एजेंट के तार टटोले तो अजमेर सीमा पर दूदू पुलिस की दांतरी चौकी पर तैनात कॉन्स्टेबल और दूदू थाने के हेड कॉन्स्टेबल की मिलीभगत सामने आई है.


अधिकारियों की लोकेशन की सूचना के बाद होते वाहन पार
एजेंट का दोनों पुलिसकर्मियों से संपर्क था. बजरी के वाहन को अजमेर से जयपुर सीमा में प्रवेश के लिए चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी मदद कर रहा था. इसके बाद आगे जाने के लिए दूदू थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल रात के समय अधिकारियों की लोकेशन की सूचना देता था. एएसपी, सीओ और थाना प्रभारी की गश्त रहने पर बजरी के वाहनों को बीच में रोक दिया जाता था. फिर मौका पाकर निकाला जाता था.


Reporter- Amit Yadav


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