Alwar: अलवर के एमआईए औधोगिक (MIA Industrial Area) क्षेत्र में रहने वाले दीपक चौधरी (Deepak Choudhary) ने बताया कि वो खार्किव शहर में रहते हैं. वहां खार्किव मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. उनका फोर्थ ईयर है. इस तरह के हालात पहले कभी नहीं देखे. अचानक हालात खराब हुए हैं. . यूक्रेन की सरकार (Government of Ukraine) लोगों को हर संभव मदद उपलब्ध करा रही है. दीपक ने कहा कि जिस एजेंट के माध्यम से उन्होंने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया वो एजेंट उनके कॉलेज के सीनियर छात्र सभी मिलकर काम कर रहे हैं. वहां से निकलने के बाद अब और ज्यादा हालात वहां खराब हो गए है.  वहां स्टोर्स पर लंबी-लंबी लाइन लगी हैं. हर कोई ज्यादा से ज्यादा स्टॉक रखना चाहता है. शाम को सायरन बजते ही सुरक्षा की दृष्टि से बंकर में छुप रहते हैं, ऐसे हालात कभी नहीं देखे जीवन में. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें-  यूक्रेन में फंसी अनूपगढ़ की मेडिकल छात्रा बोली- सुबह तेज धमाकों के साथ खुली नींद


 वहीं अलवर के बहाला गांव के रहने वाले एक और छात्र जुनैद (student Junaid) ने बताया कि यूक्रेन में हालात खराब हैं. अभी खाने का सामान मिल रहा है. लेकिन जिस तरह की स्थितियां हैं. आने वाले समय में लोगों को खाने का सामान, पानी अन्य चीजों के लिए भी परेशान होना पड़ सकता है. सभी स्टोर में लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार की तरफ से अभी तक कोई मदद उपलब्ध नहीं कराई गई है. इंडियन एयरलाइंस (Indian Airlines) की तीन फ्लाइट शुरू हुईं थी. लेकिन उनमें से एक फ्लाइट ही आई है. वे भी अपनी टिकट बुक कराकर अपने खर्च पर आए हैं. 


Report- Jugal Kishor Gandhi