Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 23 फरवरी को राज्य बजट पेश करने जा रहे हैं, लेकिन उससे ठीक पहले बीजेपी ने सरकार को घेरने की कोशिश की है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार के पूर्व की बजट घोषणाओं का हवाला देते हुए कहा कि सरकार द्वारा पूर्व में लिए गए 7 संकल्प पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं.


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पूनिया ने कहा कि सीएम गहलोत दावे कर रहे हैं कि जन घोषणा पत्र के 70 फीसदी वादे पूरे किए गए हैं, लेकिन दावे पूरी तरह से झूठे हैं. मुख्यमंत्री की ओर से इस बजट में भी ऐसे लोक लुभावन घोषणाएं और विपक्ष को कोसने का काम होगा. पूनिया ने कहा कि सरकार चिकित्सा और शिक्षा सहित हर विभाग में फेल है.


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सरकार सिर्फ घोषणा करने में आगे- पूनिया


पूनिया ने आयुष्मान योजना को लेकर भी सरकार को घेरा, उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अटका कर रखा है, जिससे गरीब लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है. पूनिया ने आगे कहा कि गहलोत सरकार ने 2020 21 में निरोगी राजस्थान का संकल्प लिया था. जिसके तहत 172 जनता क्लिनिक खोलने की घोषणा की गई थी, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है.


सरकार चहेतों को देना चाहती है नौकरी- पूनिया


सरकार ने जनता के हित के लिए एक भी काम सही तरीके से नहीं किए. पूनिया यही तक नहीं रुके. उन्होंने बताया कि सरकार परीक्षाओं में फर्जीवाड़े करवाकर अपने चहेतों को नौकरी दिलानी चाहती थी, लेकिन विपक्ष ने सरकार के इस मंसूबे पर पानी फेर दिया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने रीट पेपर लीक, पटवारी भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े का भी जिक्र किया.


कानून-व्यवस्था पर भी खड़े किए सवाल


पूनिया ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा, '38 महीनों में 6 लाख 51 हजार मुकदमें दर्ज हुए हैं जबकि 1 साल 6 हज़ार 337 महिला दुष्कर्म और उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए. इससे साफ़ है कि प्रदेश की क़ानून व्यवस्था का क्या हाल है?