जयपुर: कोविड काल में सेवाएं देने वाले प्रदेशभर के कोविड स्वास्थ्य सहायक (सीएचए) का प्रदर्शन बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा के समर्थन मिलने के बाद से और तेज हो चला है. सीएचए अब सरकार के खिलाफ आर पार की मूड में है. सचिवालय में शासन से वार्ता विफल होने के बाद राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा और CHA ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. प्रदर्शनकारियों ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देकर महापड़ाव को विराम दिया है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर सरकार सीएचए की नियुक्ति नहीं करती है तो 22 सितंबर से विधानसभा घेराव करेगा. 


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मंगवलवार को सीएचए और सरकार के साथ दूसरे दौर की वार्ता हुई, लेकिन बातचीत बेनतीजा साबित हुई. सरकार की ओर से सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने पर अब कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने विधानसभा घेराव का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि 15 दिन में सरकार निर्णय करें नहीं तो विधानसभा घेराव तय हैं.  सांसद किरोडी लाल मीणा के नेतृत्व में चिकित्सा सचिव डॉ पृथ्वी के वार्ता हुई. उन्होंने कहा कि सरकार इसको लेकर सकारात्मक है, लेकिन कुछ अड़चने हैं. इसपर सांसद किरोडी लाल मीणा ने कहा कि 15 दिन में मांगों पर काम नहीं होता है तो 22 सितंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे.


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राज्य सरकार ने 31 मार्च को सभी का अनुबंध समाप्त कर दिया


 राज्य सरकार ने इस साल 31 मार्च को अनुबंध समाप्त होने पर हटा दिया था. इसके बाद से सीएचए लगातार आंदोलन कर रहे थे. पहले जयपुर के शहीद स्मारक पर 91 दिनों तक लगातार सीएचए ने आंदोलन किया था, लेकिन सरकार के प्रतिनिधियों से कई बार वार्ता होने के बाद भी इनके रोजगार की मांग पूरी नहीं हुई. पुलिस ने इन्हें जबरन शहीद स्मारक से हटा दिया था. अब सांसद किरोड़ी के साथ आंदोलनकारी आर पार की लड़ाई के मूड में हैं. 


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