Jaipur: मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने कहा कि जनसुनवाई शिविरआमजन की समस्या का तुरंत निस्तारण करने व सुशासन उपलब्ध कराने का बेहतरीन जरिया है. उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी ऐसी व्यवस्था करें कि ज्यादा से ज्यादा लोग शिविरों में आएं और समस्याओं का निस्तारण मौके पर ही हो सके.


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शर्मा सचिवालय में जनसुनवाई एवं परिवेदनाओं के निस्तारण के संबंध में समीक्षा कर रही थीं. उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारीगण शिविरों के बारे में ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें और शिविरों का निरीक्षण और मॉनिटरिंग भी निरंतर करें. उन्होंने शिविरों के बारे में संबंधित जनप्रतिनिधियों को भी अग्रिम सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. शर्मा ने कहा कि जून माह में होने वाली सभी जनसुनवाइयों को मुख्य सचिव कार्यालय, प्रमुख शासन सचिव, सचिव कार्यालय के स्तर पर भी वर्चुअली देखा जाएगा. 


इस दौरान सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों से मई माह में आयोजित शिविरों में समस्याओं के निस्तारण व समस्याओं के बारे में फीडबैक लिया. जून में होने वाली जनसुनवाइयों पर विशेष फोकस रखते हुए समस्याओं के तुरंत निस्तारण के निर्देश दिए.मुख्य सचिव ने कहा कि जनसुनवाई शिविरों के पीछे सरकार की मंशा आमजन को उनकी समस्याओं का सहज और त्वरित समाधान उपलब्ध कराना है. अधिकारीगण दिलचस्पी रखते हुए समाधान होने या नहीं होने पर प्रार्थी से व्यक्तिगत फीडबैक लेंगे तो आमजन की संतुष्टि का स्तर बढ़ जाएगा. 


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उन्होंने सभी अधिकारियों को प्रोएक्टिव होकर सरकार की मंशा को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री सचिव आरती डोगरा ने जनसुनवाई शिविरों के बारे में पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी व संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए. बैठक में सभी संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, तहसीलदार, बीडीओ व संबंधित अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से जुड़े, जबकि प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता, निदेशक लोक सेवाएं एवं जन अभियोग ओपी बैरवा, अतिरिक्त निदेशक राजस्थान संपर्क जी के शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.