Chomu: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चौमूं के दौरे पर रहे. यहां ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया. इधर मुख्यमंत्री के दौरे में लापरवाही बरतना एसडीएम को भारी पड़ गया. देर शाम को SDM सीमा खेतान को एपीओ करने के आदेश जारी हो गए.  


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एसडीएम के एपीओ आदेश जारी होने के बाद शहर में कई तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. हर किसी के जेहन में सवाल उठा था कि आखिरकार एसडीएम एपीओ होने के क्या कारण रहे. इधर, कांग्रेस के नेता और अधिकारी भी आपस में फोन पर बातचीत करते नजर आए. 


वही सोशल मीडिया पर भी एसडीएम के एपीओ होने के कई तर्क पढ़ने को मिले. सोशल मीडिया पर एक ग्रुप में एक कांग्रेस के पार्षद ने लिखा कि विजिट के दौरान ठंडे पानी और गर्म दूध की व्यवस्थाओं के लिए एसडीएम को कहा गया था, लेकिन एसडीएम ने बात को सुनी-अनसुनी कर दी, तो वहीं दूसरी तरफ शहर में चर्चा इस बात की भी है कि कांग्रेस का दूसरा खेमा पिता और पुत्र से नाराज चल रहा था. 


हालांकि दूसरे खेमे के पदाधिकारी और कांग्रेस के पार्षद भी कार्यक्रम में शामिल हुए लेकिन, मंच के पास जाने के लिए उन्हें एसडीएम ने पास उपलब्ध नहीं कराए. इससे नाराज चल रहे हैं पार्षद और ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने सीएमओ में शिकायत कर दी. 


इस तरह की अलग-अलग चर्चाएं एपीओ होने के पीछे चल रही है. हालांकि सच क्या है यह किसी को पता नहीं है, लेकिन सीमा खेतान के एपीओ होने के बाद ब्यूरोक्रेसी के तमाम अधिकारी कर्मचारियों के बीच भी इसी बात को लेकर चर्चा चल रही है. 


एसडीएम सीमा खेतान के एपीओ होने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं, कि एक बार फिर से किसी IAS को ही चौमूं की कमान सौंपी जाएगी क्योंकि किसी अन्य अधिकारी का पदस्थापन भी नहीं किया गया है. यहां लगातार तीन IAS अपनी सेवा दे चुके हैं. IAS एक का बैच भी 7 अक्टूबर को राजस्थान आ रहा है. 


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