Rajasthan Politics : प्रदेश में सियासी पारा इन दिनों फिर से गर्म हो गया है. सीएम की कुर्सी के लिए रस्साकशी की दौड़ शुरू हो गई है. सीएम पद के लिए सचिन पायलट का नाम आते हैं. गहलोत गुट के विधायक सामूहिक इस्तीफा पेश करने में लगे हैं. एक बार फिर से कांग्रेस की अंतरकलह जग जाहिर हो गयी है, तो वहीं लगे हाथ ही बीजेपी को भी बोलने का मौका मिल गया.


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राजस्थान में जारी सियासी घमासान पर बीजेपी का तंज-'कोई लाख करे चतुराई कर्म का लेख मिटे ना रे भाई'


बीजेपी प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पर चुटकी ली है . रामलाल शर्मा का बयान सुनकर ये भी लगता है कि वे बीजेपी की प्रवक्ता है या कांग्रेस के पंडित - रामलाल शर्मा ने कहा भारत सनातन संस्कृति को मानने वाला देश है. हमारे पूर्वजों की परंपरा रही है कि, सनातन संस्कृति के भीतर जो भी कार्यक्रम आते हैं उनको हम विधि विधान से करें. 


रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने एक बड़ा निर्णय करने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई. लेकिन कांग्रेस भूल गई श्राद्ध पक्ष की अमावस्या के दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. श्राद्ध पक्ष की अमावस्या के दिन तमाम पूर्वजो कि आत्मा जागृत रहती है और इस जागृति का परिणाम कांग्रेस ने देख भी लिया है. उन्होंने कहा कांग्रेस अपने वर्चस्व की लड़ाई में प्रदेश की जनता का अहित कर रही है.


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पिछले 4 साल से प्रदेश की जनता कांग्रेस की अंतरकलह को झेलती आ रही है. भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि जिन मुद्दों और वादों के साथ आप सत्ता में आए थे, उन वादों को पूरा करें. चुनावी घोषणा ही कांग्रेस ने की सार्वजनिक रूप से घोषणा है कि इतना ही नहीं सदन के पटल पर घोषणाएं की गई उन्हें पुरा करने का काम कांग्रेस करें.


रिपोर्टर- प्रदीप सोनी


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