Jaipur : देवगुरु 20 जून को रात 8.34 बजे कुंभ राशि में वक्री होंगे तथा देवगुरु 14 सितंबर को फिर से मकर राशि में वक्री गति से चले जाएंगे. बाद में 18 अक्टूबर को देवगुरु मार्गी होंगे तथा 20 नवंबर को फिर से कुंभ राशि में चले आएंगे. जहां पर वह अगले वर्ष 14 अप्रैल 2022 तक रहेंगे. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि देवगुरु का कुंभ राशि में 20 जून से 14 सितंबर तक वक्री होना देश दुनिया में बड़ी राजनीतिक उथलपुथल लेकर आएगा. पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी के चलते संघर्ष कर रहे लोग गुरु के इस गोचर से अब कुछ चैन की सांस ले सकेंगे. 


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कुंभ में गुरु के गोचर से धार्मिक उत्सवों का आयोजन बढ़ेगा तथा दवा निर्माण के कार्य में भी तेज़ी आएगी क्योंकि कुंभ राशि को विशेष रूप से धर्म प्रधान और अमृत कलश यानि जीवन रक्षक दवाओं से संबंधित माना जाता है. ऐसे में कोरोना के टीकाकरण में तेज़ी आएगी तथा आने वाले समय में भारत गरीब देशों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) देने में विश्व में अग्रणी भूमिका निभाएगा. 


ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि पानी से उत्पन्न पदार्थों फल फूल रत्नों आदि से सम्बंधित मानी जाती है. कुंभ राशि में गुरु का गोचर मछली पालकों मखाना उत्पादकों फलों और फूलों की खेती एवं व्यवसाय रत्नों का काम करने वालों को राहत देगा. ज्योतिष शास्त्र में किसी सौम्य ग्रह के वक्रत्वकाल का शुभ प्रभाव बताया गया है. देवगुरु के वक्री होते ही इस दौरान आमजन सुख का अनुभव करेंगे. व्यापार व्यवसाय में प्रगति तथा आर्थिक उन्नति होगी. विभिन्न राशि के जातकों को लाभ प्राप्त होगा. आने वाले चार माह सुख, शांति व समृद्धि से संपन्न रहेंगे. 


हालांकि आरोग्यता के लिए सावधानी रखना अनिवार्य है. अगर इन चार माह में सावधानी रखी तो आने वाले समय में संभावित परेशानियों को टाला जा सकता है. गुरु हर 13 महीने में लगभग 4 महीने के लिए वक्री हो जाते हैं. देवगुरु बृहस्पति 20 जून से 14 सितंबर तक कुंभ राशि में उल्टी चाल चलेंगे. इसके बाद गुरु मार्गी होकर मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे. 


कोरोना टीकाकरण में आएगी तेज़ी
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी के चलते संघर्ष कर रहे लोग गुरु के इस गोचर से अब कुछ चैन की सांस ले सकेंगे. कुंभ में गुरु के गोचर से धार्मिक उत्सवों का आयोजन बढ़ेगा तथा दवा निर्माण के कार्य में भी तेज़ी आएगी क्योंकि कुंभ राशि को विशेष रूप से धर्म प्रधान और अमृत कलश यानि जीवन रक्षक दवाओं से संबंधित माना जाता है. ऐसे में कोरोना (Coronavirus) के टीकाकरण में तेज़ी आएगी तथा आने वाले समय में भारत गरीब देशों को कोरोना वैक्सीन देने में विश्व में अग्रणी भूमिका निभाएगा.


होगी आसामान्य वर्षा 
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि में गुरु का गोचर कृषि कार्य करने वालों के लिए कोई विशेष शुभ नहीं माना जाता. असामान्य वर्षा से फसलों को नुकसान होने की संभावना है इस वर्ष गोचर में मंगल के सूर्य के आगे चलने तथा मानसून के समय गुरु के 20 जून से 14 सितंबर तक वक्री रहने के समय आसामान्य वर्षा से उत्तर मध्य और पश्चिम भारत में किसानों को कठिनाई होगी लेकिन पूर्व में तथा दक्षिण में वर्षा अधिक होने की संभावना रहेगी. जब गुरु कुंभ राशि में आते हैं तो तीन महीने तक कांसा पीतल लोहा सीसा सोना आदि सस्ता रहता है.


शासन में बढ़ेगी मुस्तैदी
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि बृहस्पति कुंभ राशि पर वक्री होने जा रहे हैं. कुंभ राशि के अधिपति शनिदेव हैं. इससे शनि व गुरु का राशि संबंध बनेगा. शनि शासनतंत्र व न्याय के देवता हैं. इस दृष्टि से आने वाले समय में न्यायतंत्र व शासकीय गतिविधियों में सुदृढ़ता आएगी. इसका प्रभाव व्यवस्था में दिखाई देगा.


महंगाई बढ़ने से जनता का होगा हाल बेहाल
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि कुंभ राशि में गुरु का गोचर असामान्य वर्षा के कारण फसलों को नुकसान पंहुचा सकता है जिससे कुछ खाद्यानों और विशेषरूप से सब्ज़ियों की कीमतें बढ़ सकती हैं. इस वर्ष हिंदू नववर्ष कुंडली में मंगल के राजा और मंत्री बन जाने से भी महंगाई बढ़ने के संकेत हैं. जरूरी चीजों की बढ़ती कीमत से जनता का हाल बेहाल होगा.


ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास से जानते हैं देवगुरु का कुंभ राशि में वक्री हो जाने पर सभी राशियों पर क्या होगा प्रभाव.


मेष राशि
कार्यों में सफलता के लिए अधिक मेहनत करनी होगी. आर्थिक समस्याओं निराकरण होगा. दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा.


वृषभ राशि 
आकस्मिक लाभ के संकेत हैं प्रयास करें. वाद- विवाद से दूर रहें. व्यापार के लिए समय शुभ रह सकता है. पारिवारिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे. आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा.


मिथुन राशि
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय थोड़ा कठिन रह सकता है. यह समय धैर्य रख काम करने का है. पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा. इस समय सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.


कर्क राशि
समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. किसी भी कार्य को करने से पहले अच्छी तरह सोच- विचार कर लें. धन- लाभ हो सकता है, लेकिन धन का अधिक खर्च न करें.


सिंह राशि
आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्षेत्र में हर किसी भी भरोसा करने से नुकसान हो सकता है. लेन- देन न करें. दांपत्य जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें.


कन्या राशि
इस समय अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे. मानसिक शांति का अनुभव करेंगे. स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.


तुला राशि
आर्थिक पक्ष कमजोर हो सकता है. जीवनसाथी के साथ मनमुटाव हो सकता है. लेन- देन न करें.  निवेश करने के लिए शुभ नहीं है. इस समय स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें. 


वृश्चिक राशि
आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. वाद- विवाद से दूर रहने का समय है. नया वाहन या मकान खरीद सकते हैं. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है. जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करने का अवसर प्राप्त होगा.


धनु राशि
परिवार के सदस्यों के साथ मनमुटाव हो सकता है. मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग बन रहे हैं. धन लाभ हो सकता है. जीवन में परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. इस समय धैर्य से काम लें.


मकर राशि
आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. खर्चों में वृद्धि हो सकती है. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. पारिवारिक जीवन में भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.


कुंभ राशि
बाहरी व्यक्ति पर भरोसा करने से पहले अच्छी तरह सोच- विचार कर लें. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है. मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्धि के योग बन रहे हैं. आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा.


मीन राशि
शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है. शत्रुओं पर विजय प्राप्त करेंगे. धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा. धन का खर्च सोच- समझकर ही करें.