Jaipur: जहां एक और नगर निगम हेरिटेज जयपुर स्थापना दिवस के रंगारंग कार्यक्रम आयोजित करवा रहा था. वहीं, नगर निगम की उदासीनता के चलते एक आदमी ने अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए अपनी जान दे दी. ऐसे कई हादसे जयपुर शहर में समय-समय पर देखने को मिलते हैं. जिसमें नगर निगम प्रशासन (Jaipur Nagar Nigam) की घोर लापरवाही सामने आती है.


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राजधानी जयपुर (Jaipur News) के ब्रह्मपुरी खुर्रा स्थित एक नवनिर्मित कमर्शियल भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा था. इस निर्माण कार्य की मंजूरी नगर निगम प्रशासन द्वारा नहीं दी गई थी. जबकि इस रोड से नगर निगम के कई अफसर और कर्मचारी गुजरते हैं. उन्होंने एक बार भी भूखंड मालिक से पूछताछ करना उचित नहीं समझा. जिसके चलते आज जयपुर में एक बड़ा हादसा हो गया. मिट्टी खिसकने की वजह से मजदूर भगवान सहाय ने अपनी हंसती खेलती जिंदगी खो दी. कुछ समय पहले ही भगवान सहाय की पत्नी का भी निधन हो गया था, अब उसकी एकमात्र बिटिया इस संसार में बची है. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इस मामले की शिकायत कई बार नगर निगम प्रशासन से करने के बाद भी नगर निगम की ओर से भूखंड मालिक पर कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई. जिसके चलते एक मजदूर की मौत जमीन धंसने की वजह से हो गई.


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मिट्टी धंसने की सूचना जैसे ही प्रशासन को मिली प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. मौके पर तुरंत जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस के आला अधिकारी, नगर निगम और चिकित्सकों की टीम मौजूद रही. लगभग 7,8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बीच भगवान सहाय का मिट्टी में दबा पड़ा हुआ मिला. जिसे निकालकर सवाई मानसिंह अस्पताल भेजा गया. इस दौरान पुलिस को भी मौके पर तमाशबीनो की भीड़ को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.


नगर निगम की लापरवाही एक मजदूर की मौत पर भारी पड़ गई. नगर निगम प्रशासन चाहता तो भवन निर्माण कर रहे मजदूरों के सुरक्षा उपकरण नहीं होने के चलते भवन निर्माण मालिक को नोटिस देकर तलब करता, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी नगर निगम प्रशासन की उदासीनता का खामियाजा एक मजदूर को अपनी जान देकर उठाना पड़ा.