गुलाबचंद कटारिया का CM पर तंज, कहा- सिविल लाइन्स में उड़ रहे कौवे, CM दिल्ली और मंत्री गुजरात घूम रहे
कटारिया ने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त फण्ड है और आपदा राहत में लोगों को खाद्य सामग्री, मकान कटारिया ने राज्य सरकार और मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल उठाये.
Jaipur: प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई भारी बारिश के बाद बने आपदा के हालात और लोगों तक सरकार की तरफ से तत्काल राहत नहीं पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सवाल उठाया है. कटारिया ने कहा कि सरकार के पास पर्याप्त फण्ड है और आपदा राहत में लोगों को खाद्य सामग्री, मकान कटारिया ने राज्य सरकार और मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल उठाये.
सरकार और मंत्रियों की कार्यशैली पर उठाये सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री तो दिल्ली घूम रहे हैं और सरकार के कुछ मंत्री गुजरात घूम रहे हैं, जबकि सिविल लाइन में कौवे उड़ते दिख रहे हैं. कटारिया ने कहा कि वे खुद सिविल लाइन्स में रहते हैं और ऐसा लगता है जैसे यहां तो कौवे उड़ते हैं. कटारिया ने कहा कि वे खुद सिविल लाइन्स में रहते हैं जहां सरकार के दूसरे मन्त्री भी रहते हैं लेकिन ऐसा लगता है जैसे सिविल लाइन में तो कौवे उड़ते हो.
कटारिया ने कहा कि सिविल लाइन्स में अभी इतना सूनापन है जबकि उनकी सरकार थी तो यहां काफ़ी भीड़-भड़क्का रहता था. कटारिया ने कहा कि अभी के हालात देखकर तो यही लगता है कि सरकार के मंत्रियों के पास ना तो कोई आता है, ना उनसे कोई गुहार लगाता है. कटारिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि इस सरकार के मन्त्रियों की वर्किंग कैसी है इस बारे में ईश्वर ही जाने.
सरकार के पास आपदा में राहत के लिए पर्याप्त फंड - कटारिया
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा राहत के समय सरकार को जनता की मदद करनी चाहिए और इसके लिए प्रदेश के पास पर्याप्त फंड भी है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जिस तरह की आपदा प्रदेश के कई हिस्सों में दिख रही है, वैसे हालात में प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए कई तरह के प्रावधान आपदा राहत के तहत आते हैं.
उन्होंने कहा कि अगर 48 घंटे तक कहीं पानी भरा है तो प्रत्येक परिवार को 3800 रुपए की खाद्य सामग्री दी जाती है, जिससे कि वह अपना जीवन यापन कर सके और परिवार को पाल सके. कटारिया ने कहा कि अगर ऐसे जल प्लावन और भारी बारिश से किसी व्यक्ति का घर ढह गया है, तो उसे मकान निर्माण के लिए पैसा देने के प्रावधान है.
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किसी का पालतु पशु मरा है, तो उसकी क्षतिपूर्ति करने के प्रावधान भी हैं और अगर फसल नष्ट हो गई है तो उसकी भी तत्काल गिरदावरी कराकर मुआवजा देने के प्रावधान हैं. कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार के पास इसका पर्याप्त फंड है. पिछली सरकार में आपदा राहत मन्त्री रहे कटारिया ने कहा कि आपदा राहत फण्ड में सरकार के पास करोड़ों रुपया रखा है.
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