World Brain Tumor Day: आज पूरी दुनिया में वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे मनाया जा रहा है. इसमें लोगों को इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है. आज भी बहुत सारे लोगों को ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों उसके इलाज और निदान के बारे में नहीं पता है. इन लक्षणों पर लोगों का जल्दी ध्यान भी नहीं जाता है. 


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वैसे तो सिर दर्द, उल्टी, दौरे पड़ना, एकाग्रता में कमी, लकवा आदि ब्रेन ट्यूमर के नार्मल लक्षण माने जाते हैं लेकिन कई केसेस में यह लक्षण नजर नहीं आते हैं. ऐसे में जरूरी है कि लोगों को ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों की जानकारी भी हो. ब्रेन ट्यूमर एक बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है या तेजी से फैलती है, अगर इसकी सही समय पर पहचानना की जाए तो यह कई बार जानलेवा बन जाती है.


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आंखों की रोशनी कमजोर
अगर अचानक से आंखों की रोशनी चली जाए या फिर धुंधला नजर आने लगे तो इसे ब्रेन ट्यूमर की निशानी माना जाता है. आंखों की रोशनी पर ब्रेन ट्यूमर की लोकेशन और उसका आकार दोनों ही निर्भर करते हैं. 


बढ़ने लगे टोपी या जूते का साइज 
इंसान के दिमाग की पिट्यूटरी ग्रंथि का ट्यूमर एक ऐसे अतिरिक्त ग्रोथ हार्मोन का स्त्राव करता है, जो कि सिर और पैरों के साइज को बढ़ा सकता है. ऐसे में अगर किसी के सिर का साइज बढ़ रहा है या फिर पैर का तो इसका मतलब उसके अंदर ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत हो चुकी है. 


सुनाई न देना
श्रवण तंत्रिका के आसपास ट्यूमर होने की वजह से सुनाई देने में दिक्कत होने लगती है और टिनिटस भी हो सकता है.


अवसाद 
अवसाद जैसी समस्या से जूझ रहे लोगों में फ्रंटल लोब में ट्यूमर पाया जाता है. ऐसे में जिन लोगों की उम्र 50 से ज्यादा होती है या फिर उन पर दवाइयों का असर नहीं होता है तो उनमें भी ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत मानी जाती है. 


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व्यक्तित्व में बदलाव
इंसान में ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत होने पर उसके व्यक्तित्व में भी बदलाव होने लगते हैं. जैसे कि वह सामाजिक रूप से लोगों से अनुचित व्यवहार करता है और उसका दिमाग भी काफी गर्म मिजाज हो जाता है.


याद्दाश्त का वीक होना
अगर किसी को अचानक से रोजमर्रा के कामों को पूरा करने में दिक्कत होने लगे और उसकी याददाश्त एकदम से कमजोर होने लगे तो यह भी ब्रेन ट्यूमर की ही ओर का इशारा माना जाता है.


स्मेलिंग पावर कमजोर होना 
अगर ओल्फेक्ट्री नर्व की जगह से फ्रंटल लोब का ट्यूमर उत्पन्न हो रहा है तो इससे इंसान की स्पेलिंग पावर पर असर पड़ने लगता है. ऐसे में अगर सुगंध का अनुभव नहीं होता है तो भी इसे ब्रेन ट्यूमर का ही लक्षण माना जा सकता है.


कोई लक्षण नहीं
कई बार तो ब्रेन ट्यूमर के कोई लक्षण ही नजर नहीं आते हैं, ऐसे में ट्यूमर का आकार बहुत ही ज्यादा छोटा होता है. हजारों में से केवल 7 मामले ऐसे होते हैं, जिनमें लोग अपनी चोट या फिर सिर दर्द के लिए अपने ब्रेन को स्कैन करवाते हैं तभी ब्रेन ट्यूमर का पता चल पाता है.