Rajasthan News: जयपुर नगर निगम हिंगोनिया गौशाला में गोवंश पर सालाना करोड़ों रुपए का बजट खर्च करता है, लेकिन इन सबके बावजूद पिछले 10-15 वर्षों में भी हिंगोनिया गौशाला की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. मानसून के दौरान बाड़ो में पानी भर जाता हैं, तो गर्मियों में पर्याप्त शेड या छाया की व्यवस्था नहीं होती है, तो कभी चारे-पानी की किल्लत. जी हां, आज भी ऐसा ही कुछ आलाम हिंगोनिया गौशाला का है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रबंधन को मेयर ने लगाई फटकार
हिंगोनिया गौशाला में अफसरों से लेकर नेताओं के दौरे होते हैं. कार्रवाई करने की बात से लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के दावे किए जाते हैं, लेकिन बदलता कुछ भी नहीं है. ऐसा ही आज हुआ. जयपुर ग्रेटर मेयर सौम्या गुर्जर सोमवार को हिंगोनिया गौशाला में अचानक दौरा करने पहुंची. वहां गायों के बाड़ों में गंदगी के आलम को देख प्रबंधन समिति को फटकार लगाती दिखी. पशु बाड़ों में सफाई नहीं होने से मेयर सौम्या गुर्जर ने नाराजगी जताई. गौशाला का जिम्मा संभाल रहे श्रीकृष्ण बलराम सेवा ट्रस्ट प्रबंधन को फटकार लगाते हुए कहा कि व्यवस्थाए नहीं संभलती जाती है, तो गौशाला का जिम्मा छोड़ दें. गाय माता की सेवा प्रॉपर करवाई जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.


महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने किया पौधारोपण 
महापौर ने फटकार लगाते हुए कहा कि बाड़ों की सफाई नियमित रूप से की जाए. इसके साथ नियमित रूप से फोगिंग की जाए, जिससे मक्खी, मच्छर नहीं पनपे. महापौर ने एक-एक बाड़े में जाकर गायों की स्थिति को देखा और गायों को चारा समय पर देने के लिए निर्देशित किया. महापौर ने स्वयं ट्रैक्टर पर बैठकर गौशाला का जायजा लिया. करीब 2 घंटे से भी अधिक समय तक महापौर ने गौशाला में रहकर गायों की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने पौधारोपण भी किया. उन्होने कहा कि हिंगौनिया गौशाला में विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम के द्वारा एक पेड़ गाय माता के नाम अभियान चलाकर 5 हजार पौधे लगाये जाएंगे. हिंगौनिया गौशाला में गर्मियों में गाय माता को गर्मी से बचाने के लिए 10 से 12 फीट के छायादार फलदार पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे गौमाता का गर्मी से बचाव हो सकेगा.


ये भी पढ़ें- Rajasthan Live News: दरगाह की सीढ़ियों से विवादित नारा सर तन से जुदा लगाने का मामला,आरोपी गोहर चिश्ती सहित 6 को किया बरी