Jaipur: अक्सर जब-जब बारिश होती है,तब-तब बांधों में पानी का जिक्र जरूर किया जाता है.लेकिन आज हम आपको मानूसन से पहले असुरक्षित बांधों की रिपोर्ट बता रहे हैं. जो जल संसाधन विभाग विभाग को सोचने पर मजबूर करेगा.


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आज आपको राजस्थान के 100 साल से ज्यादा पुराने बांधों के बारे में बताते हैं. इन बांधों ने अपने जमाने में खूब प्यास बुझाई पर अब ये बांध बुजुर्ग हो चुके हैं.राजस्थान के 28 बांधों ने अपने 100 बरस पूरे कर लिए है.लेकिन इसके बावजूद इन बांधों को जल संसाधन विभाग रिटार्यड नहीं कर रहे हैं या फिर इनका जीर्णोद्धार नहीं किया जा रहा है. अक्सर बांधों की उम्र 100 साल मानी जाती है. जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर रवि सौलंकी का कहना है कि हमने सर्वे करवाकर 36 पुराने बांध चिंहित करवाए हैं.वर्ल्ड बैंक से स्वीकृति के बाद बांधों के जीर्णोद्धार का काम किया जाएगा,जिसके बाद ये बांध सुरक्षित होंगे.


सबसे उम्रदराज उदयसागर बांध


मरूधरा में सबसे उम्रदराज बांध उदय सागर की बेडच नदी पर 1585 में बनाया.इसके अलावा बुजुर्ग बांधों में राजसमंद बांध गोमती बनास नदी पर 1671 से शुरू किया गया था.प्रदेश में सत्रवीं सदी के दो बांध जिसमे जयसमंद 1730,स्वरूप सागर 1795 में निर्माण हुआ था.


बांधों में दरारें,हादसों को न्यौता


100 वर्ष से भी अधिक पुराने बांधों में अब दरारे आने लगी हैं और इन बुजुर्ग बांधों से कभी भी हादसे हो सकते है.जयपुर के कूकस बांध की बात करें तो डैम की दीवारों पर दरारें ही दरारें दिखाई दे रही हैं. डैम के गेट पर ये भी लिखा था कि बांध क्षेत्र में मदिरा पान करना सख्त मना है,लेकिन डैम क्षेत्र में शराब की बोतले भी साफ देखी जा सकती हैं.


100 बरस के बुजुर्ग बांध सबसे ज्यादा बाणगंगा पर


100 बरस के बुजुर्ग बांधों में सबसे ज्यादा डैम बाणगंगा नदी पर बने हुए है.बाणगंगा नदी पर 5 बांधों का निर्माण किया गया था.जिसमें जयसमंद बांध,चंद्रना,माधो सागर,सैंथल सागर,रामगढ बांध बना हुआ है.पुराने बांधों के सवालों पर जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर रवि सौलंकी का कहना है कि जो बांध पुराने हो गए है उन बांधों के लिए विशेष योजना शुरू की गई है.189 बड़े बांध है,जिनका जीर्णोद्धार करवाकर उन्हें सुरक्षित किया जाएगा.चाहे गेट बदलने की बात हो या फिर किसी तरह से सुरक्षित की बात हो.


18वीं सदी में सबसे ज्यादा बूढ़े बांध


बांध   नदी   सन
बैराठ यमुना 1897


हिंगोनिया बांडी 1862
चन्द्रना बाणगंगा 1877


कलख सागर बंदी 1883
टोरडी सागर सोहाद्र 1887


माधो सागर बाणगंगा 1887
फतह सागर बेडच 1889


बुचरा सबी 1889
जसवंत सागर लूणी 1889


चपरवार बनास 1894
सैंथल सागर बाणगंगा 1898


19 वी सदी के अधिकतर बांध बुझा रहे अब भी प्यास



बांध             नदी            सन
उम्मेद सागर खारी 1917


कूकस लोकल नाला 1901
बांकली सूकड़ी 1904


नाहर सागर खारी 1909
जयसमंद बाणगंगा 1910


शील की डूंगरी बनास 1900
रामगढ़ बाणगंगा 1901


मंडल लोकल नाला 1903
सरदार समण्ड गुहिया 1905


हेमावास            बंधी 1911
ढील             मोरेल 1911


गोवटा             बनास 1917


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