Jaipur: चैत्रशुक्ल पूर्णिमा पर त्रिग्रही योग में हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा हैं. संकट मिटे कटे सब पीरा, जो सुमरे हनुमत बलबीरा मन में भाव लिए हनुमान जन्मोत्सव पर श्रद्धालु मंदिरों में पवन पुत्र संकटमोचन हनुमान जी के दर्शनों को उमड़ पड़े. इस दौरान मंदिरों में अभिषेक, शृंगार झांकी, सुन्दरकाण्ड पाठ, भजन-संकीर्तन और शोभायात्रा सहित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुए.


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चांदपोल हनुमान मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. इस अवसर पर सुबह मंत्रोच्चार के साथ भगवान का पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद सिंदूर का चोला चढ़ाकर फूलों से नयनाभिराम शृंगार किया गया. पूरे मंदिर को फूलमालाओं, बांदरवारों और वैलून से सजाया गया. इस अवसर पर मंदिर के बाहर शहनाई, नगाड़ा वादन और बैण्ड वादन भी किया गया. पुराना घाट स्थित घाट के बालाजी मंदिर में पूरे मंदिर पर रंग बिरंगी विद्युतीय सज्जा की गई. अंदर फूलों व बांदरवारों से सजाया गया.


मंदिर महंत सुदशर्नाचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चार पूर्वक बालाजी की पंचामृत अभिषेक नवीन चोला धारण कराकर विभिन्न मिष्ठानों का भोग अर्पित कर आरती की. इसके बाद ही भक्तों ने सुंदरकाण्ड, हनुमान चालीसा पाठ व भजन संकीर्तन कर बालाजी की महिमा का गुणगान किया. चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान मंदिर में दिनभर भक्तों की भीड़ रही. मंदिर महंत गोपालदास महाराज ने भगवान का अभिषेक कर आरती की. इसके बाद भक्तों ने फूल माला, प्रसाद, लाल ध्वजा अर्पित कर पूजा अर्चना की.


सांगानेरी गेट पूर्व मुखी व पश्चिम मुखी हनुमान मंदिरों में भी जयंती पर आकर्षक झांकियां सजाई गई. इस अवसर पर भक्तों ने मोदक, पेड़े आदि का प्रसाद अर्पित कर पूजा अर्चना की. नरवर आश्रम स्थित खोले के हनुमान मंदिर में भी दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा. इस अवसर पर सुंदरकाण्ड, हनुमान चालीसा पाठ और भजन संकीर्तन के आयोजन हुए. हनुमानजी को 51 किलो की चांदी की पोशाक धारण करवाई गई. इससे पूर्व सुबह भगवान का अभिषेक कर सिंदूर का चोला चढ़ाकर कर आकर्षक झांकी सजाई गई.


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