जयपुर न्यूज: देश की अदालतों में बढ़ते मामलों के निस्तारण के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शनिवार को साल 2023 की चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर पीठ में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत शुभारंभ किया.


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इस मौके पर अन्य न्यायाधीशों के साथ ही अधिवक्ता और पक्षकार भी मौजूद रहे . राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर प्रदेश में 505 से बेंच गठित की गई है . लोक अदालत में  6 लाख 64 हजार 736 प्री-लिटिगेशन और 3 लाख 23 हजार 473 न्यायालयों में लंबित प्रकरणों सहित कुल 9 लाख 88 हजार 209 प्रकरण सुनवाई के लिए रेफर किए गए है. इन बेंचों में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से प्रकरणों की सुनवाई की जा रही है.


राष्ट्रीय लोक अदालतों में न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य फौजदारी , धारा 138 एनआई एक्ट , धन वसूली , एमएसीटी, श्रम एवं नियोजन संबंधी विवाद, भूमि अधिग्रहण और राजस्व प्रकरणों सरीखे प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए है. राष्ट्रीय लोक अदालत में पक्षकारों के बीच आपसी रजामंदी से राजीनामा योग्य प्रकरणों का निस्तारण किया जा रहा है. इस मौके पर राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस एमएम श्रीवास्तव ने कहा कि न्यायालयों में बढ़ते मुकदमों को देखते हुए प्री-लिटिगेशन स्तर पर ही प्रकरणों के निस्तारण का प्रयास किया जा रहा है . इसके अलावा अन्य राजीनामा योग्य प्रकरणों को भी आपसी रजामंदी से निस्तारित किया जा रहा है .


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