Jaipur: जलदाय विभाग की विशेष जांच टीम ने जी मीडिया की पड़ताल पर मुहर लगा दी है. जांच दल को अलवर के जल जीवन मिशन में पाइप डालने में कई खामियां मिली हैं. अलवर में भ्रष्टाचार की परते खोदते हुए जी मीडिया ने पाइप की घोटाले की सच्चाई उजागर की तो जलदाय विभाग ने जांच दल गठित कर टीम को अलवर भेज दिया. अलवर में जांच टीम को भी वहीं खांमियां दिखीं, जो रिपोर्रट में उजागर कर दी थीं. विशेष जांच दल को जगह जगह पाइप की गहराई कम मिली. जांच टीम में क्वालिटी कंटोल एसई मुकेश गर्ग को कमियां दिखीं. 


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एसई मुकेश गर्ग ने बताया कि 5 स्कीम्स में कई जगहों पर कम गहराई पर फर्मों ने पाइप लाइने डाली है, जो नियमों के विरुद्ध है. नियमों के तहत 1 मीटर गहराई पर पाइप लाइने डालनी होती है,लेकिन कई जगह कम गहराई पर पाइप लाइने डाली गई है.एसीएस सुबोध अग्रवाल के निर्देश के बाद में जांच दल अलवर पहुंचा है.


विशेष जांच दल ने अलवर ग्रामीण में मालाखेडा के मुंडिया,किशनगढ के बसई कला,मुंडावर के नागंल संतोकडा में जांच की और घटियां पाइपों के 8 सैंपल लिए.सैंपल्स को दिल्ली की श्रीराम लैब भेजने के लिए अलवर में जमा करवाया है.इसके अलावा बहरोड के खोहरी में टीम की जांच चल रही है.कम गहराई पर यदि पाइप लाइने डाली जाती है तो पाइप लाइने जल्द ही डैमेज होने का आशंका बनी रहती है.इसलिए नियम है कि 1 मीटर की गहराई पर पाइप लाइने डाली जाएगी.


लेकिन सवाल ये खडे हो रहे है कि श्रीराम लैब भेजने के लिए अलवर में एक्सईएन आॅफिस में सैंपल जमा करवाने से कई जांच गुमराह तो नहीं होगी?इसके आलावा ये भी अंदेशा जताया गया है कि पाइप फैक्ट्री के प्रतिनिधियों पीएचईडी के जांच दल के साथ घूम रहे है.ऐसे में कही जमा सैंपल,फैक्ट्री प्रतिनिधि साथ में होने से जांच गुमराह तो नहीं होगी.