Jaipur News: JEN पेपर लीक मामले में बड़े खुलासे हो रहे हैं. JEN पेपर लीक प्रकरण में जिस आरोपी सतवीर को SOG ढूंढ रही थी, वह मजे से एक सरकारी स्कूल में नौकरी कर रहा था. आरोपी सतवीर चौधरी SOG मुख्यालय से 49 किलोमीटर दूर इटावा भोपजी सरकारी स्कूल में नौकरी कर रहा था. 


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31 जनवरी को गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी नौकरी करता रहा. आरोपी ने बच्चों के प्रैक्टिकल करवाए और बोर्ड के पेपर भी सेट किए. गिरफ्तारी वारंट का पता चलने पर 16 मार्च को ऑनलाइन अवकाश अप्लाई कर आरोपी फरार हुआ था. पेपर लीक में नाम सामने आने पर आरोपी सतवीर कांस्टेबल छुट्टी लेकर फरार हो गया. 


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बता दें कि 31 जनवरी को SOG ने आरोपी लेक्चरर सतवीर चौधरी के साथ 6 अन्य आरोपियों के खिलाफ थी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था. जानकारी में पता चला कि वारंट जारी होने के बावजूद आरोपी सतवीर स्कूल में सरकारी नौकरी कर रहा था. बता दें कि जेईएन पेपर लीक 2020 का केस सांगानेर थाने में दर्ज हुआ था. इस मामले की जांच SOG कर रही थी. उस समय हिसार के जफर खान, श्री माधोपुर के सतवीर चौधरी, गोविंदगढ़ के कमलेश मीणा, सांचौर के सुरेश ढाका, दौसा के हर्षवर्धन मीणा और चितलवाना के गणपत बिश्नोई के खिलाफ वारंट जारी हुआ था हालांकि इस मामले में अभी तक केवल हर्षवर्धन मीणा की ही गिरफ्तारी हुई है. बाकी पांच आरोपी SOG की पकड़ से बाहर हैं. 


कमलेश मीणा अजमेर रेलवे मंडल में कांस्टेबल पद पर कार्यरत है. JEN भर्ती परीक्षा 2020 और SI भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक प्रकरण में कमलेश मीणा का नाम सामने आया. कमलेश मीणा ने पेपर लीक गिरोह से 25 लाख में पेपर खरीद की और अपने संपर्क में आए युवाओं को 5 से 10 लाख में बेचा.  नाम आते ही वह भी फरार हो गया. SOG की जांच में और भी कई नए नाम सामने आ रहे हैं.