Jaipur: राजस्थान प्रशासनिक सेवा के पदों पर अन्य सेवा के अफसरों को पोस्टिंग देने का RAS अधिकारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. इसको लेकर RAS एसोसिएशन ने आज दोपहर तीन बजे RAS क्लब में आपात बैठक बुलाई है, जिसमें अन्य सेवा के अधिकारियों को RAS कैडर के पदों पर लगाने का विरोध दर्ज कर आगे की रणनीति तय की जाएगी. उधर इस विरोध के बाद राजस्थान नगरपालिका सर्विस ने भी आपात बैठक बुलाई है. 


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राजस्थान प्रशासनिक सेवा कैडर के पदों पर अन्य सेवा के अधिकारियों को कुर्सी पर बैठाना RAS अधिकारियों को रास नहीं आ रहा है, तो अब RAS कैडर के अफसरों ने विरोध कर मोर्चा खोल दिया है. इस विरोध की चिंगारी हाल में जोधपुर विकास प्राधिकरण उपायुक्त के पद पर राजस्थान म्युनिसिपल सर्विस का अधिकारी की पोस्टिंग के साथ ही लग गई. 


स्वायत्त शासन विभाग ने एक आदेश जारी कर सीकर नगर परिषद आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई को जोधपुर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त पर लगाया है. RAS एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि यह बर्दाश्त से बाहर है. जोधपुर उपायुक्त का यह पद RAS कैडर का पद है. पहले भी जिला परिषदों में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पदों पर विकास अधिकारियों को बैठा दिया गया और हमें आश्वासन दिया गया था कि इन पदों के स्थान पर अन्य पद दिए जाएंगे, लेकिन इस पर भी सुनवाई नहीं की गई.


वहीं, RAS के पदों पर IAS अधिकारियों का पदस्थापन भी कर रखा है, जो हमारे कैडर के हितों के विरुद्ध है जो कतई स्वीकार्य नहीं है. लगातार उच्च स्तर पर अवगत कराने के बाद भी सक्षम स्तर से इस संदर्भ में कोई भी सुनवाई नहीं की गई है. इन सभी बिंदुओं पर तत्काल विचार करने के लिए साधारण सभा की आपात बैठक RAS क्लब में दोपहर बजे बुलाई गई है. 


बड़े नेता के खास, इसलिए मिली विश्नोई को पोस्टिंग
गलियारों में चर्चा है कि जोधपुर विकास प्राधिकरण उपायुक्त के पद पर RMS अधिकारी श्रवण कुमार विश्नोई पर एक बड़े लीडर आशीर्वाद है, जिसके कारण ही विश्नोई की पोस्टिंग हुई है. हालांकि इस बड़े नेता से RAS एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी लेकिन बात बनी नहीं और वही से इस आंदोलन का बिगुल बजा दिया. उधर दूसरी तरफ चर्चा ये भी है कि विश्नोई ने जोधपुर विकास प्राधिकरण में पोस्टिंग होने के साथ ही RAS एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात की थी और विरोध नही करने का आग्रह किया था, लेकिन बताया जा रहा है कि वहां विश्नोई की बात नहीं बनी. अब ज्यादा विरोध हुआ तो विश्नोई कोर्ट का दरवाजा खटकटा कर स्टे की प्रकिया अपना सकते हैं. 


विरोध शुरू ही कर दिया तो RAS एसोसिएशन की साख भी दांव पर 
अन्य सेवा के अधिकारियों को RAS कैडर के पद पर लगाने का विरोध शुरू कर दिया तो अब इसे अंजाम तक पहुंचाना भी RAS अधिकारियों की साख बन गई है क्योंकि RAS एसोसिएशन के अधिकतर पदाधिकारी सीएमओ में पदस्थापित है. यदि अन्य सेवा के अधिकारियों को RAS कैडर के पदों से नहीं हटाया जाता है, तो किरिकिरी भी होना तय है. 


राजस्थान नगरपालिका सर्विस से जुडे अधिकारियों का तर्क हैं कि हमने कभी भी विरोध नहीं किया हैं, जबकि कई निकायों में लंबे समय से आरएएस अधिकारी अपनी कैडर पोस्ट नहीं होने के बावजूद लगते रहे हैं. आरएएस अधिकारियों के विरोध के बार अब आरएमएस अधिकारी भी लामबंद हो गए हैं और उन्होंने अभी अपनी एसोसिएशन की दोपहर तीन बजे बैठक बुलाई है. 


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