कोटपूतली: मास्टर प्लान लागू करने का मामला, कार्रवाई में पुलिस प्रसाशन के आला अधिकारियों सहित भारी जाप्ता तैनात
कोटपूतली शहर में मास्टर प्लान लगाने के मामले में आज तीसरी आखरी चरण की कार्रवाई शुरू की गई. व्यापारियों का कहना है कि 6 अगस्त को की गई नगर परिषद की कार्रवाई के बाद व्यापारी खौफजदा है.
Kotputli: शहर में मास्टर प्लान लगाने के मामले में आज तीसरी आखरी चरण की कार्रवाई शुरू की गई. शहर में नगर परिषद के द्वारा मास्टर प्लान और खेतड़ी रियासत के नक्शे के अनुरूप सड़क विस्तारीकरण के बीच बाधा संरचनाओं को हटाने का कार्य लगातार जारी है.
जहां एक तरफ 6 अगस्त को कार्रवाई की शुरुआत करते हुए मुख्य चौराहे से अग्रसेन चौराहे तक बाधा संरचनाओं को ध्वस्त करने का कार्य किया गया था वहीं 17 अगस्त को अग्रसेन तिराहे के समीप ही विस्तारीकरण में बाधा प्रतिष्ठानों को जेसीबी की सहायता से ध्वस्त किया गया था.
नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह मीणा के अनुसार आज सुबह 21 अगस्त को सुबह से मास्टर प्लान में शेष रही बाधा संरचनाओं को हटाने का कार्य शुरू किया जा रहा है. इसके लिए मुख्य चौराहे से अग्रसेन तिराहा और शनि मंदिर से लाल कोठी तक दुकानदारों को अपने प्रतिष्ठानों से सामान हटाने के लिए एक सप्ताह पहले कह दिया गया था. अब नगर परिषद भारी पुलिस जाब्ते, एसटीएफ और आरएसी के जवानों के साथ सुबह से बाधा संरचनाएं ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.न्यायालय में विचाराधीन और नीलामीशुदा प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई नहीं होगी.
आयुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि मास्टर प्लान के तहत सड़क विस्तारीकरण में बाधा हो रही ऐसी संरचनाओं या प्रतिष्ठानों पर नगर परिषद अभी कार्रवाई नहीं करेगी जिन पर न्यायालय का स्थगन है या जो नगर पालिका के द्वारा नीलामी से क्रय शुदा है.
व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों से हटाया सामान, खुद ने तोड़ लिए निर्माण
इधर नगर परिषद के प्रस्तावित कार्रवाई को देखते हुए शनि मंदिर से लाल कोठी तक व्यापारी स्वयं ही प्रतिष्ठानों से सामान हटाकर नगर परिषद द्वारा निर्धारित की गई सीमा तक प्रतिष्ठानों को ध्वस्त भी कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि 6 अगस्त को की गई नगर परिषद की कार्रवाई के बाद व्यापारी खौफजदा है और साथ ही आरोप लगाते हुये कहा नगर परिषद की हठधर्मिता के खिलाफ बोलने की स्थिति में कोई भी व्यापारी नहीं है.
दुकानदारों का आरोप है कि नगर परिषद के सफाई कर्मचारी या अन्य खुद को नगर परिषद का कर्मचारी बताते हुए दुकान खाली करने और तोड़ने की धमकी देकर प्रतिदिन मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं.
इधर नगर परिषद आयुक्त फतेह सिंह मीणा ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि नगर परिषद की ओर से कोई हठधर्मिता नहीं है. प्रभावित दुकानदारों को पिछले कई माह से लगातार नोटिस के जरिए सूचित किया जा रहा है, साथ ही मार्गाधिकार की पैमाइश कर दुकानदारों को इससे अवगत भी करवाया जा चुका है लेकिन इसके बावजूद भी जब प्रभावित दुकानदारों ने मार्ग अधिकार से अतिक्रमण को नहीं हटाया तो नगर परिषद ने अपनी कार्रवाई शुरू की है.
ये भी पढ़ें- सीएम गहलोत ने राजमाई के न्यूयॉर्क में आयोजित वार्षिक अधिवेशन को किया संबोधित
आयुक्त का कहना है कि संपूर्ण कार्रवाई विधि सम्मत की जा रही है. आयुक्त ने प्रभावित दुकानदारों व आमजन से मास्टर प्लान लागू किए जाने में नगर परिषद का सहयोग किए जाने की अपील की है.
जयपुर की खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें