Jaipur: मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने विद्यालयों में अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ाकर 15 फीसदी तक करने के लिए विशेष कार्य योजना प्रयास करने के निर्देश दिए. आर्य (CS Niranjan Arya) सोमवार को सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री के नए 15 सूत्रीय कार्यक्रम एवं प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (Prime Minister Development Program) के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुख्य सचिव ने कहा कि गत वर्षों की तुलना में विद्यालयों में अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों के नामांकन में वृद्धि हुई है, लेकिन यह नाकाफी है. शिक्षा विभाग जिलावार कार्य योजना बनाकर लक्षित 15 फीसदी नामांकन के लिए विशेष प्रयास करें. उन्होंने मदरसों तथा विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के ड्रॉप आउट होने की तुलना करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. आर्य ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में अल्पसंख्यक वर्ग के लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए कार्यकर्ता, सहायिका एवं आशा सहयोगिनियों के लक्ष्य तय कर कार्य करने के निर्देश दिए.


यह भी पढ़ें - 17 दिसंबर को Gehlot सरकार की तीसरी वर्षगांठ, राज्य स्तरीय समारोह को भव्य बनाने की तैयारी की शुरू


मुख्य सचिव ने आरएसएलडीसी के माध्यम से प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को शत प्रतिशत रोजगार मिलने पर ही एजेंसियों को भुगतान करने का प्रावधान शामिल करने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम एवं मुख्यमंत्री मदरसा आधुनिकीकरण योजना के कार्य पूर्ण करने एवं नए प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने उर्दू शिक्षकों के उचित पदस्थापन, मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण, ऋण वितरण एवं वसूली सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कर अधिकारियों को निर्देशित किया.  


वीसी से बैठक में शामिल हुए गंगानगर सांसद निहालचंद ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की हर जिले से रिपोर्ट मंगवाएं. दुर्भाग्यवश अगर कहीं किसी बच्चे के साथ कोई दुर्घटना घटित हुई हो तो उसे विद्यार्थी सुरक्षा दुर्घटना बीमा योजना का क्लेम दिलवाना सुनिश्चित करें. बैठक में अल्पसंख्यक मामलात विभाग के शासन सचिव पीसी किशन एवं निदेशक जमील अहमद कुरैशी मौजूद थे.