निरंजन सूत्रकार एक ऐसे शख्स, जिनकी वजह से सब लोग शमशान घूमने जाते है
65 साल के निरंजन सूत्रकार जयपुर से 70 किलोमीटर दूर सांभरलेक में रहते है जिन्हें लोग पेड़ वाले बाबा के नाम से जानते हैं. क्योंकि उन्होंने 5 हजार से ज्यादा पौधे लगाकर उन्हें अपनी संतान की तरह बड़ा किया.
Phulera: एक और जहां लोग अपने स्वार्थ के लिए हरे भरे पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वही कुछ ऐसे भी लोग हैं जो दिन रात पर्यावरण को बचाने में लगे हुए हैं. ऐसे ही एक पर्यावरण प्रेमी है जिनका नाम निरंजन सूत्रकार(65) है. जिन्होंने अब तक 5 हजार से भी ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण को बचाने के मिशन में लगे है. अपनी इसी पहल के लिए इन्हें पेड़ वाले बाबा के नाम से जाना जाता है. उनके इस कार्य में उनकी पत्नी कमला देवी भी उनसे कंधे से कंधा मिलाकर पेड़ पौधे की देखभाल करती है.
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65 साल के निरंजन सूत्रकार जयपुर से 70 किलोमीटर दूर सांभरलेक में रहते है जिन्हें लोग पेड़ वाले बाबा के नाम से जानते हैं. क्योंकि उन्होंने 5 हजार से ज्यादा पौधे लगाकर उन्हें अपनी संतान की तरह बड़ा किया. उन्हें इस काम के लिए अपने पिता से प्रेरणा मिली है जिसको लेकर उन्होंने मंदिर, शमशान, स्कूल और रास्ते सभी जगह पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
पर्यावरण से इनका लगाव ऐसा है कि वह दिन या रात, धूप हो या छांव या बरसात हमेशा पेड़ों की सेवा करने में तत्पर रहते हैं. उनके इस सराहनीय कदम की हर कोई प्रशंसा कर रहा है तो वही इन्हें इस कार्य के लिए कई बार सम्मान भी मिल चुके है.
पर्यावरण प्रेमी निरंजन सूत्रकार ने सांभर लेक में बने श्मशान की कटीली झाड़ियां और गंदगी को हटाकर अपने समाज और टीम के साथ पेड़- पौधे लगाकर और सफाई अभियान चलाकर हरा - भरा बना दिया. जिसका नाम आनंद सागर रखा है. जहां आज लोग इस श्मशान में घूमने आते हैं और पर्यावरण का आनंद लेते हैं.
निरंजन सूत्रकार का पर्यावरण के प्रति ऐसा प्रेम देखकर जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी उनके कायल हो गए. और उन्होंने भी विकास कार्य करवाए जिसके बाद श्मशान की सूरत ही बदल गई और नगर पालिका ने तो इन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर ही बना दिया है.
पर्यावरण प्रेमी निरंजन सूत्रकार कई सालों से छोटे-छोटे पौधे लगाते आए है, जिनकी वह देखभाल भी करते है. अपने स्वयं के पैसों से भी उन्होंने ट्री गार्ड खरीद कर उन्हें संरक्षण दिया और उसी की देन है कि आज वह पौधे वृक्ष का रूप लेकर ऑक्सीजन और छाया दे रहे हैं. इन्होंने सड़कों के किनारे दर्जनों प्रजातियों के पौधे लगाए है, जिसके कारण लोग वहां की सड़कों उन पौधों के नाम से पुकारने लगे है और उन्हें पेड़ वाले बाबा के नाम से.
कौन है निरंजन सूत्रकार
पर्यावरण प्रेमी निरंजन सूत्रकार वन विभाग में प्रशासनिक अधिकारी पद पर से 6 साल पहले रिटायर हो चुके हैं. जिसके बाद उन्होंने पर्यावरण को बचाने की इस मुहिम को शुरू किया और देखते ही देखते उनके साथ समाज के लोग, युवा और बुजुर्ग सबने मिलकर उनका साथ दिया. उन्होंने सांभरलेक ही नहीं उसके आस - पास के क्षेत्रों में 5 हजार से ज्यादा पेड़- पौधे लगाकर लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दे रहे है.
Reporter: Amit Yadav
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