Congress President : कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए आज अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इससे एक दिन पहले  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का बाद ये साफ है कि 2 दशकों के बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई पार्टी का प्रमुख बनेगा. 


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मामले पर अशोक गहलोत ने दो टूक कहा कि वो पार्टी का फैसला मानेंगे, लेकिन उससे पहले राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने के लिए मनाने की आखिरी कोशिश भी करेंगे. दूसरी तरफ, पहले से ही चुनाव लड़ने का संकेत दे रहे लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने कांग्रेस के मुख्यालय में पहुंचकर पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से मिलकर नामांकन की जानकारी हासिल की. सूत्रों के मुताबिक कुछ अन्य नेताओं के भी चुनावी मैदान में उतरने की संभावना है.


इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में ये संकेत भी दिया कि वो अध्यक्ष और मुख्यमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं, हालांकि ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि अध्यक्ष बनने की स्थिति में अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ता है तो उनकी जगह किसे ये जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इधर सचिन पायलट के करीबी नेताओं का कहना है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए ये जिम्मेदारी पायलट को सौंपी जानी चाहिए.


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अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से करीब दो घंटे की मुलाकात की और बाहर आकर  कुछ नहीं कहा. हालांकि सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की और कहा कि वो राहुल गांधी को मनाने की एक बार फिर कोशिश करेंगे. अशोक गहलोत आज केरल में राहुल गांधी से मुलाकात कर अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का आग्रह फिर से करेंगे और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होंगे.


हालांकि सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि पार्टी के लोगों का जो भी फैसला होगा, उसे वो मानेंगे. गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, 'मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है और आलाकमान ने सब कुछ दिया है. पिछले 40-50 साल से मैं पदों पर ही रहा हूं, मेरे लिए अब कोई पद महत्वपूर्ण नहीं है. मेरे लिए ये महत्वपूर्ण है कि जो जिम्मेदारी मिलेगी मुझे या जो जिम्मेदारी मुझे लेनी चाहिए, वो मैं निभाऊं.


गहलोत का ये भी कहना था, 'मुझ पर गांधी परिवार का विश्वास तो है ही है, जितने भी कांग्रेसजन हैं, उन सबके परिवारों का विश्वास भी मेरे ऊपर है. अगर वे मुझे कहेंगे कि नामांकन करना है, तो मैं भरूंगा. उन्होंने कहा, 'आज मैं मुख्यमंत्री हूं, वो जिम्मेदारी मैं निभा रहा हूं. मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है. जहां मेरा उपयोग है. राजस्थान में है, या दिल्ली में है, जहां भी रहूंगा मैं तैयार रहूंगा, क्योंकि पार्टी ने मुझे सब कुछ दिया है. अब मेरे लिए पद बड़ी बात नहीं है.


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