पधारो म्हारे देस : राजस्थान में पर्यटन ऑफ सीजन की पुरानी धारणा बदली, 4 महीनों में नया रिकॉर्ड बना
राजस्थान में पर्यटन आफ सीजन की पुरानी धारणा बदली, 4 महीनों में नया रिकॉर्ड बना
पधारो म्हारे देस : राजस्थान में मई से अगस्त महीना पर्यटन के लिहाज से आफ सीजन होता है. इस धारणा को बदलते हुए सरकार के बेहतर प्रबंधन और प्रयासों से रिकॉर्ड तोड पर्यटक इस बार राजस्थान पहुंचे. कोरोना के दो साल बाद राजस्थान में पर्यटन की वापसी हुई है.
ऑफ सीजन के बरसाती मौसम में राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़ 18 लाख से ज्यादा पर्यटक आए. ये हैं पर्यटकों के कुछ आंकड़े
प्रदेश में ऑफ सीजन में आए रिकॉर्ड पर्यटक-
माह पर्यटक संख्या राजस्व
जनवरी 3,59000 1.90 करोड़
फरवरी 4,11,161 2.27 करोड़
मार्च 4,95,870 2.83 करोड़
अप्रैल 2,84,873 1.66 करोड़
मई 3,42,074 1.92 करोड़
जून 4,71,120 2.54 करोड़
जुलाई 5,26,101 2.93 करोड़
अगस्त 5,50,463 3.05 करोड़
कुल 34,41,662 19.12 करोड़
रंग रंगीले राजस्थान की वैभवशाली संस्कृति, किले, महल, बावड़िया, प्रकृति के आकर्षक नजारों को निहारने के लिए देश-विदेश से सैलानी यहां आते हैं. कोरोना ने जब पूरी दुनिया को झंकझौर कर रख दिया था. तब राजस्थान की आन-बान और शान को कोई डिगा नहीं पाया.
कोरोना महामारी जैसी आपदा को राजस्थान ने मौके में बदला था. राजस्थान कोरोना महामारी के दौर में सबसे सुरक्षित राज्य है, मुख्यमंत्री गहलोत, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और पर्यटन विभाग के तमाम अधिकारियों की बेहतर टीम के कार्य और कुछ नया कर गुजरने की इच्छाशक्ति के चलते ये इतिहास रचा जा सका है.
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मई से अगस्त तक भीषण गर्मी और बरसात का मौसम होने से राजस्थान में पर्यटन के लिहाज से इस टाइम को आफ सीजन माना जाता था, लेकिन आफ सीजन के 4 महीनों में राजस्थाान ने पर्यटन में रिकॉर्ड बना दिया. मतलब आफ सीजन की धारणा को हमेशा के लिए खत्म कर दिया.
बरसात के मौसम के 4 महीने में सीजन के रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक आए, मई से अगस्त तक हर महीने में रिकॉर्ड तोड़ आते रहे. जनवरी से अगस्त तक यानी 8 महीने में 34 लाख 41 हजार से ज्यादा पर्यटक आए. इन पर्यटकों के आगमन से 19 करोड़ से ज्यादा की आय हुई.
वहीं पर्यटन उधोग से जुडे लोगों में भी संजीवनी का काम किया. मई में राजस्थान में 5 लाख से अधिक पर्यटक आए जो कि अभी तक का रिकॉर्ड है. पुरातत्व और पर्यटन अधिकारियों का कहना है कि पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की सुविधाओं को बढाया गया ताकि किसी प्रकार की पर्यटकों को परेशानी नहीं हो.
वहीं राज्य सरकार ने लगातार घरेलू पर्यटकों पर फोकस किया. जिसके बाद पर्यटन स्थलों पर बडी संख्या में देखा गया. कोरोना के बाद पूरे प्रदेश में पर्यटन को बढाना चुनौती थी. जिसके बाद राज्य सरकार के प्रयासों बाद राजस्थान में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि पूरे देश में सबसे ज्यादा रही.
रिपोर्टर - दामोदर प्रसाद
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