Jaipur: पंचायत सहायकों ने एक बार फिर से आंदोलन का बिगुल बजा दिया है. राजस्थान के 27 हजार पंचायत सहायकों की मांगे पूरी नहीं होने पर फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है. कांग्रेस, बसपा विधायकों के आवास के बाहर पंचायत सहायकों (Panchayat Sahayak) ने धरना शुरू कर दिया है. नियमित करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के पंचायत सहायकों ने हल्ला बोल दिया है. बजट में पंचायत सहायकों (Panchayat Sahayak Protest) के लिए घोषणा नहीं करने से नाराज सहायकों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. इससे पहले शहीद स्मारक पर 76 दिन तक धरना दिया था. जिसके बाद सरकार के साथ समझौता हुआ, लेकिन इस समझौते का अब तक कोई हल नहीं निकला, इसलिए प्रदेशभर के पंचायत सहायकों ने फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिए है. पंचायत सहायकों की हड़ताल के बाद में प्रदेश में गांवों की योजनाएं प्रभावित होगी.


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न्यूनतम मानदेय 18 हजार किया जाए
इनकी मांग है कि जब तक स्थाई समाधान नहीं होता है, तब तक न्यूनतम मानदेय 18 हजार किया जाए. इसके साथ साथ पंचायक सहायकों (Panchayat Sahayak Demands) के आकस्मिक अवकाश और प्रसूताओं को अवकाश का लाभ देय हो. वहीं, विघार्थी मित्रों पर दर्ज पुराने मुकदमों को भी वापस लेने की मांग की है.


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इससे पहले पंचायत सहायकों ने जयपुर (Jaipur News) में 75 दिन तक लगातार धरना प्रदर्शन (Rajasthan Protest) किया था, जिसमें मंत्री बीडी कल्ला (BD Kalla) और धमेंद्र राठौड के साथ समझौता हुआ था. कांग्रेस (Rajasthan Congress) ने सत्ता में आने से पहले अपने घोषणा पत्र में भी पंचायत सहायकों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन ये वादा अब तक पूरा नहीं हो पाया.