Jaipur: पेगासस जासूसी कांड (Pegasus detective scandal) का मामला सामने आने के बाद देशभर में हल्ला मचा हुआ है. विपक्ष इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है. 


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प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने भी केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) पर जमकर हमला बोला है. डोटासरा ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त के लायक नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए और इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट से करानी चाहिए. इस मामले में देश भर में कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन भी किए जाएंगे.


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पेगासस जासूसी मामले में राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जनता के वोट से जीती सरकार सबके फोन टेप करवा रही है, मोदी सरकार ने लोकतंत्र के चारों स्तंभों पर हमला किया है. इजराइल की कंपनी पेगासस की ओर से नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स, जजों और पत्रकारों की जासूसी कराई गई है, जिससे साफ है कि सरकार सभी की निजता का उल्लंघन कर रही है. डोटासरा ने यहां तक कहा कि जब मोदी सरकार अपनी मंत्रिमंडल के सदस्य नियर एंड डियर स्मृति ईरानी के फोन की भी निगरानी कर सकती है तो फिर देश में ईवीएम हैक भी आसानी से हो सकती है.


मोदी सरकार को बर्खास्त करने की होगी मांग
पीसीसी चीफ ने कहा कि पेगासस मामले में प्रदेश कांग्रेस की ओर से 22 जुलाई को राजभवन का घेराव कर राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर मोदी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की जाएगी. पीसीसी चीफ ने कहा कि  मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की जासूसी करवा रही है तो वहीं हैरत की बात यह है कि अपने ही केंद्रीय मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और स्मृति ईरानी की भी जासूसी करवा रही थी. उन्होंने कहा कि अभी और लिस्ट आना बाकी है इससे पता चलेगा कि और कितने लोगों की जासूसी करवाई गई है. 


मंत्रियों को हटाने का आधार क्या था?
पीसीसी चीफ ने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रिमंडल से हटाए गए अपने ही मंत्रियों की भी जासूसी करवाई थी, कई मंत्री सरकार की कार्य प्रणाली से खुश नहीं थे. यह सच भी अब जनता के सामने आना चाहिए कि आखिर मंत्रियों को हटाने का क्या आधार था?


भंग हो चुकी है सबकी निजता 
पीसीसी चीफ ने कहा कि जिस तरह से जजों के फोन टेप किए गए हैं, उससे अब न्यायपालिका के फैसले पर भी सवाल उठने लगेंगे, इस देश में अब किसी भी निजता सुरक्षित नहीं, सबकी निजता भंग हो चुकी है. उन्होंने कहा कि कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट के जज और मुख्य चुनाव आयुक्त के भी फोन टेप हो सकते हैं तो फिर ईवीएम भी हैक हो सकती है. 


गौरतलब है कि इजरायली कंपनी पेगासस के सॉफ्टवेयर के जरिए देश के नेताओं, ब्यूरोक्रेट् और पत्रकारों और जजों की जासूसी कराए जाने की मामले सामने आने के बाद देश में हड़कंप मचा हुआ है.