Phulera: रेनवाल में हक की लड़ाई हुई तेज, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन
रेनवाल में हक की लड़ाई के बैनर तले संघर्ष समिति के तत्वाधान में आज कबूतर चौक पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता एक जाजम पर नजर आए.
Phulera: रेनवाल में हक की लड़ाई के बैनर तले संघर्ष समिति के तत्वाधान में आज कबूतर चौक पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता एक जाजम पर नजर आए. दूदू को प्रस्तावित जिला बनाने के लिए रेनवाल तहसील को शामिल करने के विरोध में रेनवाल के सभी जनप्रतिनिधि और सभी संगठनों ने मिलकर कस्बे के कबूतर चौक पर नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन में बताया कि यदि रेनवाल कस्बे को दूदू जिले में शामिल किया जाता है तो सरकार को बड़े आंदोलन का सामना करना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. जहां एक और किशनगढ़ रेनवाल कस्बा भौगोलिक, आर्थिक, व्यापारिक दृष्टि से खुद जिला बनने के लायक है लेकिन सरकार की अनदेखी के कारण जिले से वंचित है.
सरकार अपनी हटधर्मिता के कारण रेनवाल को दूसरे जिले में शामिल करने में लगी हुई हैं, जो रेनवाल कि जनता के साथ अन्याय है. यह अन्याय जनता कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी. इस धरना प्रदर्शन में विधायक, किशनगढ़ रेनवाल पंचायत समिति के प्रधान, पंचायत समिति सदस्य, सभी सरपंच और कांग्रेस के सरपंच और पंचायत समिति सदस्य नगरपालिका अध्यक्ष और पार्षद उपस्थित रहे.
कांग्रेस का इमोशनल कार्ड तो नहीं
दूदू को नए जिला बनाने की प्रस्तावित योजना में किशनगढ़ रेनवाल तहसील को शामिल किए जाने के पीछे कहीं कांग्रेस का इमोशनल कार्ड तो नहीं, इन बातों की चर्चा भी राजनीतिक गलियारों में सुनी जा रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि दूदू को जिला बनाया जा रहा है तो जब दूदू के नजदीकी कस्बे सांभर, फुलेरा और जोबनेर को तो दूदू में शामिल ही नहीं किया जा रहा है.
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दूदू से काफी दूर किशनगढ़ रेनवाल तहसील को दूदू जिले में कैसे शामिल किया जा सकता है. हालांकि अभी तक इस बात की स्थिति भी साफ नहीं हुई है कि किशनगढ़ रेनवाल को दूदू में शामिल करने की कोई योजना है, फिर भी ऐसी जानकारी मिलने पर शुक्रवार को कांग्रेस भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारी हक की लड़ाई के बैनर के तले एकजुट नजर आए जो कि किशनगढ़ रेनवाल के विकास और भविष्य के लिए शुभ संकेत है.
इनका कहना है
किशनगढ़ रेनवाल को नए जिले दूदू में शामिल करने की प्रस्तावित योजना के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जिला कलेक्टर और सांभर उपखंड अधिकारी ने इस बात का खंडन किया है. फिर भी यदि ऐसा कोई मामला प्रकाश में आता है तो इसका विरोध दर्ज कराएंगे. किशनगढ़ रेनवाल को जयपुर जिले में ही यथावत रखा जाएगा.
निर्मल कुमावत विधायक फुलेरा
दूदू विधानसभा के विकास के लिए मैं हमेशा तत्पर रहा हूं यदि जिला बनाने की योजना में दूदू को शामिल किया जाता है तो इसके लिए मैं प्रयास भी करूंगा लेकिन अभी तक ऐसा कोई मामला मेरे सामने नहीं आया है. यदि सरकार की मंशा दूदू को जिला बनाने की है तो इसमें किसे शामिल किया जाएगा और किसे नहीं यह अधिकार क्षेत्र सरकार का होगा.
Reporter: Amit Yadav
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