Rajasthan News: शहरों को गारबेज फ्री (कचरा मुक्त) करने और कचरे का बेहतर ट्रांसपोर्टेशन करने के उदेश्य से केन्द्र सरकार ने सिटीज 2.0 की घोषणा की थी. इस चैलेंज में राजस्थान की दो स्मार्ट सिटी जयपुर और उदयपुर का चयन हुआ है. इसके तहत इन दोनों शहरों को फ्रांस की एएफडी, जर्मनी की के एफडब्ल्यू, यूरोपियन यूनियन और एनआईयूए से एकीकृत अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम के लिए लोन दिलाया जाएगा. इन लोन की राशि अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम के तहत सफाई में काम आने वाले उपकरण की खरीद के अलावा कचरा ट्रांसफर स्टेशनों का निर्माण करवाया जाएगा.


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.इस पूरे प्रोजेक्ट पर जितनी भी राशि खर्च होगी, इसका 80 फीसदी पैसा राज्य और केन्द्र सरकार वहन करेगी, जबकि 20 फीसदी राशि स्थानीय निकाय के द्वारा वहन की जाएगी.स्वायत्त शासन निदेशालय के निदेशक सुरेश ओला ने बताया कि पिछले साल सिटी इन्वेस्टमेंट टू इनोवेट, इंटीग्रेट एंड सस्टेन चैलेंज (सिटीज-2 कार्यक्रम) की केन्द्र सरकार ने घोषणा की थी.


इस चैलेंज के तहत देश की सभी 100 स्मार्ट सिटीज़ से प्रस्ताव मांगे थे. इनमें से सरकार को 18 स्मार्ट सिटी का चयन करना था.जिन 18 स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट (अपशिष्ट प्रबंधन कार्यक्रम ) अच्छा लगा उनको प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए लोन दिलवाने का प्रावधान है.ये लोन राशि 20 करोड़ रुपए से लेकर 135 करोड रुपए तक दिलाना प्रस्तावित है.ओला ने बताया कि चैलेंज में 84 स्मार्ट सिटीज़ के साक्षात्कार 9 फरवरी को हुए। इसमें से राजस्थान की दो स्मार्ट सिटी का चयन हुआ. स्मार्ट सिटी लिमिडेट. से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के तहत जयपुर शहर में 6 नए अत्याधुनिक कचरा ट्रांसफर स्टेशन बनाए जाएंगे.जबकि 60 से ज्यादा कॉम्पेक्टर मशीनें खरीदी जाएगी, जिनके जरिए कचरें एक एकत्र करके उसे लैंड फिल एरिया में पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा जीरो वेस्ट के लिए कुछ जगहों पर प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाए जाएंगे.


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