Rajasthan News: एडहॉक कमेटी का 6 माह का कार्यकाल पूरा लेकिन... RCA चुनाव को लेकर चुप्पी
Rajasthan News: राजस्थान में RCA के जल्द चुनाव करवाने को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली एडहॉक कमेटी अब RCA चुनाव का नाम आते ही चुप्पी साधने का प्रयास करती है या फिर चुनाव से यू टर्न ले जाती है. श्रीगंगानगर से विधायक जयदीप बियानी की अध्यक्षता में बनी एडहॉक कमेटी ने RCA की पिछली कार्यकारिणी के कार्यों की जांच करवाने व चुनाव करवाने को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे.
Rajasthan News: राजस्थान में RCA के जल्द चुनाव करवाने को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली एडहॉक कमेटी अब RCA चुनाव का नाम आते ही चुप्पी साधने का प्रयास करती है या फिर चुनाव से यू टर्न ले जाती है. 6 महीने पहले राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को भंग करके एडहॉक कमेटी का गठन किया गया था.
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श्रीगंगानगर से विधायक जयदीप बियानी की अध्यक्षता में बनी एडहॉक कमेटी ने RCA की पिछली कार्यकारिणी के कार्यों की जांच करवाने व चुनाव करवाने को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे. संयोजक जयदीप बियानी ने मीडिया में जल्द पूरी ट्रांसपेरेंसी के साथ आरसीए के चुनाव करवाने के दावे किए थे.
लेकिन 3 महीने का कार्यकाल पूरा होने के बाद फिर से 3 महीने के लिए एक्सटेंड हुई एडहॉक कमेटी का 6 महीने का कार्यकाल भी 29 सितंबर को पूरा होने वाला है, लेकिन चुनाव की आशंका नजर नहीं आ रही. राजस्थान सरकार ने जिस एडोब कमेटी को आरसी के चुनाव करवाने के लिए नियुक्त किया था. वह एडोब कमेटी अपने मूल कार्य से दूर होती नजर आ रही है.
6 महीने के कार्यकाल में आधा दर्जन से अधिक बैठक के बावजूद भी एडोब कमेटी चुनाव को लेकर कोई रास्ता नहीं निकल पा रही है. एडोब कम्युनिकेशन जयदेव बियानी की अध्यक्षता में आज फिर आरसी अकैडमी में एडोब कमेटी की बैठक हुई. इस बैठक में जयदीप बियानी सहित तमाम कार्य करने राजस्थान में क्रिकेट को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की.
एडोब कमेटी ने पिछले कुछ दिनों में अंडर 16 सहित कई क्रिकेट प्रतियोगिताएं शुरू भी कारवाई लेकिन ऋचा की स्थाई कार्यकारिणी को लेकर कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही. पिछली कार्यकारिणी पर अनियमितता के चलते RCA को भंग करने के बाद बनी एडहॉक कमेटी ने पिछली कार्यकारिणी के कार्यों की जांच करवाई व जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ज्योति नगर थाने में पिछली कार्यकारिणी के सचिव ट्रेजरार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया.
विधायक जयदीप बियानी का कहना था कि आरसीए के पिछले कार्यकाल में जमकर भ्रष्टाचार और अनियमितताएं हुई हैं. जिसके चलते आज आरसीए पर करोड़ों रुपए का कर्ज बकाया है, लेकिन अब उस जांच के मामले को लेकर भी अध्यक्ष जयदीप बियानी गोलमोल जवाब दे रहे हैं, उनका कहना है कि हमने FIR दर्ज करवा दी अब पुलिस का काम है वह आगे क्या कर रही है.
वहीं आज फिर एडहॉक कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए जयदीप बियानी ने चुनाव करवाने को लेकर मीडिया के सवाल को टालते हुए विधायक जयदीप बियानी ने कहा कि RCA के चुनाव नहीं होने से उन लोगों को ज्यादा परेशानी है, जिनको आरसीए की राजनीति करनी है. बियानी ने कहा कि खेल प्रतियोगिता करवाने का काम है, जो हम लगातार करवा रहे हैं.
बियानी अपनी जिम्मेदारी से भी पूरी तरह यू टर्न लेते हुए नजर आए. उन्होंने मीडिया को टालने वाले अंदाज में कहा कि चुनाव करवाना स्पोर्ट काउंसिल का काम है वह करवाएगी. जबकि स्पोर्ट काउंसिल ने चुनाव करवाने के लिए जयदीप बियानी के संयोजन में पांच सदस्य एडहॉक कमेटी का गठन किया है.
अंत में बियानी यह कहकर मीडिया से दूरी बनाते हुए नजर आए कि कई जिलों के जिला संघ चुनाव होना बाकी है, उनके चुनाव होने के बाद ही आरसीए के चुनाव करवाए जाएंगे, लेकिन बड़ी बात यह है कि पिछले 6 माह में दो बार एडहॉक कमेटी का कार्यकाल एक्सटेंड होने के बाद भी एडहॉक कमेटी चुनाव को लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पा रही.
एडहॉक कमेटी के संयोजक जयदीप बियानी का कहना है कि कई बार एडहॉक कमेटी हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाती है, लेकिन हमने क्रिकेट को बंद नहीं होने दिया. प्रतियोगिता के दौरान जहां भी जो खर्च हो रहा है. वह हम कर रहे हैं. बिजली का बिल बनेगा जो हम जमा करवाएंगे. हमने बीसीसीआई से सीधे खिलाड़ियों के खाते में पैसे जमा करवाए. जिससे कि उन्हें पैसे को लेकर कोई दिक्कत ना हो.
वर्तमान हालातों को देखते हुए RCA संयोजक जयदीप बियानी की चर्चाओं को देखते हुए यह स्पष्ट हो जाता है कि आरसीए एडहॉक कमेटी वर्तमान हालातों में चुनाव करवाने की स्थिति में नहीं हैं या फिर उनकी चुनाव करवाने की मनसा नहीं है.
इसलिए पिछले 6 मार्च से एडहॉक कमेटी RCA के चुनाव करवाने को लेकर ना तो कोई प्रयास करती हुई नजर आ रही और ना ही अपना कोई रुख स्पष्ट किया. 29 सितंबर के बाद एक बार फिर से कमेटी का कार्यकाल एक्सटेंड हो जाएगा, उसके बाद देखने वाली बात यह रहेगी कि क्या अगले कार्यकाल में भी एडहॉक कमेटी चुनाव करवा पाती है या फिर यही मीटिंग बैठकों का दौर चुनाव को लेकर चलता रहता है.