Rajasthan Politics: प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल और BJP की नई कार्यकारिणी को लेकर एकबार फिर सुगबुगाहट तेज हो गई है. BJP प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल तथा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयानों ने इस हलचल को और बढ़ा दिया है. हालांकि दोनों ही नेताओं ने अलग अलग संकेत दिए हैं.


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मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चर्चा



राज्य में मंत्रिमंडल गठन को लेकर एक साल हो गया. इस बीच कई बार मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर चर्चा हुई. इस बीच BJP प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल तथा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयानों ने हलचल को बढ़ा दिया है. 



पुराने पेड़ और सूखे पेड़ गिरेंगे, नए पत्ते उभरेंगे-राधा मोहन अग्रवाल 



हालांकि दोनों ने संकेतों से ही अपनी बातें कही और मुख्यमंत्री का विवेकाधिकार बताया. राधा मोहन अग्रवाल ने पार्टी कार्यकारिणी को लेकर कहा, "पुराने पेड़ और सूखे पेड़ गिरेंगे, नए पत्ते उभरेंगे. नई टीम बनेगी और नए कार्यकर्ता पार्टी का हिस्सा बनेंगे. पुराने और नए लोगों का संगम होगा." अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि पार्टी में नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा, जबकि अनुभवी नेताओं का अनुभव भी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.



मंत्रिमंडल में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि वर्तमान मंत्रिमंडल में सभी लोग अनुभवी हैं और मंत्रिमंडल की भी अपनी सीमा होती है. उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी आने वाले समय में कुछ नए चेहरों को जिम्मेदारी दे सकती है, लेकिन यह सब पार्टी की आवश्यकता और प्राथमिकताओं के आधार पर होगा.



दूसरी ओर BJP प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मंत्रिमंडल बदलाव पर कहा कि संगठन का पर्व चल रहा है. हमारे संगठन के चुनाव हो रहे हैं. मंडल और जिला अध्यक्ष के चुनाव हो रहे हैं. मंत्रि मंडल के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन का मामला CM का विवेकाधीन कोटा है. इसमें पार्टी हस्तक्षेप नहीं करती है. हालांकि जब वो जरूरत समझेंगे उसमें बदलाव किया जाएगा.