Rajasthan Politics: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर राज्य सरकार पर हमला बोला. राठौड़ ने मुख्यमंत्री गहलोत की पीएचक्यू में प्रेसवार्ता में पेश बताए अपराधिक आंकड़ों पर पलटवार करते हुए कहा कि गलत आंकड़ों के पीछे छुपने की कोशिश हो रही है, जबकि हकीकत में दुष्कर्म के मामले में राजस्थान टॉप पर है.



बीजेपी का राज्य सरकार पर हमला


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वहीं राज्य सरकार की घोषणाओं पर तंज कसते हुए कहा कि पोस्टरों से चुनाव नहीं जीते जाते हैं. बीजेपी प्रदेश कार्यालय में शनिवार शाम बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौड़ मीडिया से रूबरू हुए. राठौड़ ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि पांच साल में से तीन साल सीएम गहलोत अपनी सुरक्षा के दायरे से बाहर नहीं निकले. कभी कोरोना, बीमारी तो कभी बाड़ाबंदी के नाम पर सुरक्षा के घेरे से बाहर नहीं निकले.


मुख्यमंत्री को फुर्सत नहीं- राज्यवर्धन राठौड़


वहीं पार्टी के विधायकों को ही सीएम बना दिया. खुद मुख्यमंत्री का दायरा सिमट गया. उनकी विधानसभा क्षेत्र जोधपुर और जयपुर तक सिमट कर रह गए. मुख्यमंत्री को फुर्सत ही नहीं मिली कि वो दुष्कर्म और अपराध पीड़िताओं के घर जाकर उनकी सुध ले सके. राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि अन्नपूर्णा पैकेट, सैनेटरी पैड का मामला हो या अन्य याेजनाएं हर तरफ बंदरबांट मची हुई है. राज्य सरकार में जिधर देखो वहीं घोटाला है.


'खाकी' पीठ थपथपा रहे, थानेदार का अपहरण हो रहा था- राज्यवर्धन राठौड़


राज्यवर्धन राठौड़ ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में सीएम गहलोत की प्रेसवार्ता पर पलटवार करते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान टॉप पर है, लेकिन पुलिस आंकड़ों का मायाजाल कर अपराधों को कम बता रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत कल पुलिस हेडक्वाटर में पुलिस अधिकारियों की पीठ थपथपा रहे थे. उसी समय बदमाशों ने धौलपुर में थानेदार का अपहरण कर लिया. बांसवाड़ा में युवक को पीट पीट कर हत्या कर दी. दौसा सहित कई जिलों के अपराध का जिक्र किया. कहीं कमी रह गई तो उसको स्वीकार करना चाहिए.


बयान पर पलटवार, मुख्यमंत्री खुद गुमराह हैं - राठौड़


राज्यवर्धन राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत के बीजेपी वाले पीएम मोदी को गलत आंकड़े बताकर गुमराह कर रहे हैं पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत खुद गुमराह हैं. जो गुमराह हुए उनको हम रास्ता दिखाना चाहते हैं. खुद का घोषणा पत्र तक भूल गए है. सदन में पुराना बजट पढ़ देते हैं. कल भी लगता है, अपराध के आंकड़े किसी दूसरे राज्य के पढ़ दिए हैं.


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हालांकि एनसीआरबी के आंकड़ों में साफ लिखा है कि ये आंकडे़ राज्य की ओर से दिए गए हैं. ऐसे में एनसीआरबी के आंकडें गलत कैसे हुए ? एनसीआरबी के आंकड़ों में साफ है कि महिला दुष्कर्म के मामले में देश में नम्बर वन है. यदि आंकडे सही हैं तो मुख्यमंत्री हिम्मत दिखाएं, इच्छा शक्ति का परिचय दें और पीड़ितों के पास जाकर मिलें. पीड़ित बेटियों के आंखों में आंखें डालकर कहें कि आंकड़े झूठे हैं. तीन महीने बाद राजस्थान की जनता आशीर्वाद देगी तब भाजपा की सरकार बनेगी. बीजेपी सरकार बनते ही सभी अपराधियों को कानून के दायरे में लेकर आएंगे.


अब नया शब्द गारंटी लेकर आ गए - राठौड़


राठौड़ ने राज्य सरकार की मुफ्त की योजनाओं की घोषणाओं पर तंज कसते हुए कहा कि जब चुनावी इम्तिहान आ रहा
तब जिम्मेदारी याद आ रही है. चुनाव में दो महीने बचे हैं और घोषणाएं कर रहे हैं. जब घोषणा बदनाम हुई तो अब गारंटी लेकर आ गए हैं. अब चुनाव में दो महीने बचे हैं और घोषणाओं को लेकर पोस्टर लगा रहे हैं.पोस्टर से चुनाव नहीं जीता जाता है. सीएम को दिसम्बर में पता चलेगा कि कुर्सी गई. पोस्टर के लाल रंग में कमियां नहीं छुपेंगी, झोली खाली है, और बांटने का नाटक किया जा रहा है. जनता समझ रही है कि कहीं से राजस्थान सरकार से हमें कोई उम्मीद नहीं है.