MOU signed in energy sector: ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने को अग्रसर राजस्थान  सरकार ने  रविवार को 5 MOU और 1 पीपीए पर  साइन किए है. जिसके बाद से प्रदेश को थर्मल एवं अक्षय ऊर्जा से 31 हजार 825 मेगावाट बिजली उत्पादन के रास्ते खुलेंगे. 


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बता दें  कि रविवार को ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए विद्युत निगमों एवं केन्द्रीय उपक्रमों के मध्य  5 MOU और 1 पीपीए पर हस्ताक्षर किए गए हैं. जिसके अंतर्गत 1.60 लाख करोड़ रुपये का निवेश,थर्मल और नवीकरणीय ऊर्जा से 31825 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए  किया जाएगा. इसके अलावा  बिजली निगमों और 6 केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों को भी  मंजूरी दी गई है. गौरतलब है कि इस सीएम भजनलाल शर्मा, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और केंद्रीय कोयला मंत्री  प्रल्हाद जोशी वर्चुअल माध्यम से मौजूद रहें.  


 MOU पर हस्ताक्षर होने के बाद  सीएम भजन लाल शर्मा ने शुशी जताई. साथ ही  कहा  कि,  प्रदेश के लिए यह बहुत खुशी का दिन है, जब हमारी सरकार के विभिन्न विभागों का मूल्यांकन हो रहा था, तब मैंने सब से महत्वपूर्ण विभाग, जिस से प्रदेश का हर व्यक्ति जुड़ा हो, उसकी स्तिथि  अपनी  चिंता  व्यक्त की. 


इसके साथ ही उन्होंने 2013 में बीजेपी सरकार का समय याद दिलाते हुए कहा कि उस समय जब हमारी सरकार आई थी, तब हमने ऊर्जा में 62 हजार करोड़ का घाटा मिला था. इस बार यह घाटा डेढ़ गुना होकर 90 हजार करोड़ का हो गया था. हमारी जांच के दौरान देखा  कि 300 करोड़ का घाटा  केवल इस  पर था कि समय पर पिछली सरकार ने लोन चुकया ही नहीं था.  अग्रणी प्रदेश बनने के लिए दो चीजें आवश्यक होती  है, पानी की समुचित व्यवस्था और बिजली  का प्रॉपर होना. इसी को ध्यान में रखते हुए अब हमारी सरकार इस पर  काम कर रही है.


Reporter: Dinesh Tiwari


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