अब AI बनाएगा बेरोजगार! इस कंपनी ने बंद की हायरिंग, CEO बोला- सबकुछ कर सकता है एआई
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अब AI बनाएगा बेरोजगार! इस कंपनी ने बंद की हायरिंग, CEO बोला- सबकुछ कर सकता है एआई

Klarna नाम की एक कंपनी के सीईओ सेबस्टियन सिएमियात्कोव्स्की ने कहा है कि अब AI इतना होशियार हो गया है कि वो लगभग हर काम कर सकता है, जो पहले इंसान करते थे. उन्होंने कहा कि AI अब कंपनी के कई काम खुद कर सकता है.

 

अब AI बनाएगा बेरोजगार! इस कंपनी ने बंद की हायरिंग, CEO बोला- सबकुछ कर सकता है एआई

Klarna नाम की एक कंपनी है जो "अभी खरीदो, बाद में भुगतान करो" वाली सेवाएं देती है. इसके सीईओ सेबस्टियन सिएमियात्कोव्स्की ने कहा है कि अब AI इतना होशियार हो गया है कि वो लगभग हर काम कर सकता है, जो पहले इंसान करते थे. यह एक बहुत बड़ा दावा है और लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है कि आगे चलकर क्या होगा. उन्होंने कहा कि AI अब कंपनी के कई काम खुद कर सकता है.

4,500 कर्मचारी थे, अब 3,500 रह गए

सिएमियात्कोव्स्की ने बताया कि Klarna ने लगभग एक साल पहले नए कर्मचारियों की भर्ती बंद कर दी थी, जिससे धीरे-धीरे कर्मचारियों की संख्या घट गई. पहले इस कंपनी में 4,500 कर्मचारी थे, अब 3,500 रह गए हैं. सीईओ के अनुसार, यह कमी खुद-ब-खुद हुई है, क्योंकि टेक्नोलॉजी कंपनियों में हर साल लगभग 20% कर्मचारी बदल जाते हैं. Klarna ने नए कर्मचारियों को न हायर करके, बल्कि AI और ऑटोमेशन पर ज़्यादा ध्यान दिया.

उन्होंने कहा, 'हर टेक्नोलॉजी कंपनी की तरह, हमारे कर्मचारी भी लगभग पांच साल तक काम करते हैं, फिर छोड़ देते हैं. हर साल लगभग 20% कर्मचारी बदल जाते हैं. हम नए कर्मचारी नहीं ले रहे हैं, इसलिए कंपनी में लोगों की संख्या कम हो रही है.'

AI बना खतरा

ऐसे समय में जब दुनिया भर में इस बात पर चर्चा हो रही है कि AI से नौकरियों पर क्या असर पड़ेगा, Klarna की ये खबर आई है. McKinsey & Company की एक रिपोर्ट के मुताबिक, AI के तेजी से विकसित होने की वजह से लाखों लोगों को 2030 तक नई नौकरियों की तलाश करनी पड़ सकती है. Klarna का नए कर्मचारियों को न हायर करने का फैसला इस बात का एक उदाहरण है कि AI कैसे काम के तरीके को बदल रहा है.

कुछ पोस्ट पर चल रही हायरिंग

हालांकि Klarna की वेबसाइट पर अभी भी कुछ नौकरियों के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं, कंपनी के एक प्रवक्ता ने Business Insider को बताया कि वे कंपनी का विस्तार नहीं कर रहे हैं, बल्कि सिर्फ जरूरी पदों के लिए ही लोगों को हायर कर रहे हैं, खासकर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में. इससे पता चलता है कि टेक्नोलॉजी कंपनियां धीरे-धीरे अपने काम करने के तरीके को बदल रही हैं और AI का ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल कर रही हैं.

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