राजस्थान: 3 महीने बाद आज से काम पर लौटे सरपंच लेकिन आपसी खींचतान अब भी जारी
सरपंचों की आपसी खींचतान के बीच में अब दावों का दौर शुरू हो गया है. आरोप-प्रत्यारोप के बीच में सरपंच संघ ने यह दावा किया है कि अधिकतर जिला अध्यक्ष सरपंच संघ के साथ है. जयपुर जिला अध्यक्ष मेहर सिंह धनखड़ का कहना है कि सरपंच संघ के साथ 20 से 22 जिला अध्यक्ष है, इसलिए हमारे प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर गढ़वाल ही होंगे.
Jaipur: राजस्थान के तमाम तीन महीने बाद सरपंच आज से काम पर लौट गए हैं लेकिन अभी भी विवाद खत्म नहीं हुआ है. सरपंचों की आपसी खींचतान के बीच में अब दावों का दौर शुरू हो गया है. आरोप-प्रत्यारोप के बीच में सरपंच संघ ने यह दावा किया है कि अधिकतर जिला अध्यक्ष सरपंच संघ के साथ है.
जयपुर जिला अध्यक्ष मेहर सिंह धनखड़ का कहना है कि सरपंच संघ के साथ 20 से 22 जिला अध्यक्ष है, इसलिए हमारे प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर गढ़वाल ही होंगे.
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उन्होंने राजेंद्र गुड्डा के बयान वार पर भी पलटवार करते हुए कहा है कि गुढ़ा साहब को पता नहीं है कि सरपंच संघ की कार्यकारिणी पूरी चुनाव प्रक्रिया के बाद ही गठित की गई थी, इसलिए सरपंच संघ कोई छोटा सा गुट नहीं है ऐसे में उन्हें इस तरह का बयान बिल्कुल नहीं देना चाहिए था दूसरी तरफ राजस्थान सरपंच संघर्ष समिति का धरना पंचायती राज राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा की आवास पर छठे दिन भी जारी है.
कल मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने अपील की थी सरपंचों से कि वे अपने काम पर लौट जाएं सरपंच आज से काम पर तो लौट गए हैं लेकिन उनका धरना मंत्री के आवास पर ही जारी रहेगा सरपंचों की मांग है कि उनकी जांच एनजीओ से नहीं करवा कर पंचायत स्तर पर ही करवाई जाए इसके साथ साथ दूसरी मांगों को लेकर भी सरपंच अभी तक अड़े हुए हैं.
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