Shani Jayanti 2023: शनि जयंती (Shani Jayanti) हिन्दू समुदाय द्वारा बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाने वाला एक पुण्यकाल है. यह एक प्रमुख हिन्दू देवता, भगवान शनि (Bhagwan Shani) को समर्पित है. इस मंगल दिन पर भक्त देवी-देवताओं के मंदिर जाते हैं और भगवान शनि की कृपा का आशीर्वाद मांगते हैं, जो कर्म और न्याय के देवता के रूप में भी पूज्य हैं. यह विशेष दिन ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है, जो ग्रीगोरियन कैलेंडर के अनुसार अप्रैल और मई माह में आती है. इस साल, यह दिन 19 मई को मनाया जा रहा है.


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जानिए शनि देव के बारे में (Know About Lord Shani)


शनि (Shani), जिसे शनैश्चर भी कहा जाता है, हिन्दू ज्योतिष के अनुसार हमारे सौरमंडल के आठ ग्रहों में से एक ग्रह सेवन की दिव्य प्रतिष्ठा को संकेत करता है. पुराणों के अनुसार, शनि देव (Shani Dev) एक हिन्दू देवता हैं, जिन्हें काले रंग के व्यक्ति के रूप में भी चित्रित किया जाता है, जिनके पास कई हथियार, जैसे धनुष और दो तीर, कुल्हाड़ी और त्रिशूल, आदि होते हैं. विश्वासप्रमाण के अनुसार, शनि कवड़ियों या गिद्धों पर बैठे हुए ग्रहों के चारों ओर घूमते हैं. उनका मानना है कि वे सूर्य, अर्क, और छाया के पुत्र हैं.


भगवान शनि की पूजा क्यों करें (Why to pray Lord Shani)


हिन्दू धर्म में, शनि की पूजा करने से लोग बुरे भाग्य और सजा से बचने और अपने जीवन में बाधाएं दूर करने की प्रार्थना करते हैं. शनि बुरे भाग्य और सजा के संकेतक होते हैं. शनिवार को लोग शनि को समर्पित करते हैं, जो कि हिन्दी शनि देवता के लिए उपयुक्त है. शनि (Shani) शब्द का उच्चारण संस्कृत शब्द सनैश्चर से आया है, जहां शनि को ग्रह शनि के लिए पूजा किया जाता है और चरा चलना का अर्थ होता है.


क्यों होता है इस त्योहार का आयोजन (Why Celebration of this festival)


हालांकि यह दिन पूरे देश में हिन्दू समुदाय द्वारा मनाया जाता है, लेकिन मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के लोग इस दिन का विशेष उत्साह और खास धूमधाम के साथ मनाते हैं. कोकिलावन धाम सानी देव मंदिर (Kokilavan Dham Sani Dev Temple), तिरुनल्लर शनि मंदिर (Tirunallar Shani Temple), और शनि शिंगणापुर (Shani Shingnapur) कुछ प्रमुख शनि मंदिर हैं देश भर में हजारों भक्त भगवान शनि की प्रार्थना करने और उनकी कृपा की आशा करने के लिए शनि शिंगणापुर जाते हैं.


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