27 साल में फिर से दिवाली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण, गोविंददेव जी की झांकियों के समय में हुआ परिवर्तन, अन्नकूट गोवर्धन पूजा कल
दीपोत्सव पर्व के दौरान 27 साल में फिर से दिवाली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण का साया पर्व पर है. खंडग्रास सूर्यग्रहण से अन्नकूट गोवर्धन पूजा सूदक लगने से कल होगी. साल का अंतिम खंडग्रास सूर्य ग्रहण जयपुर में शाम 4.32 बजे से 5.50 बजे तक रहेगा.
जयपुरः राजस्थान में 27 साल में फिर से दिवाली के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण का साया पर्व पर है. खंडग्रास सूर्यग्रहण से अन्नकूट गोवर्धन पूजा सूदक लगने से कल होगी. साल का अंतिम खंडग्रास सूर्य ग्रहण जयपुर में शाम 4.32 बजे से 5.50 बजे तक रहेगा. इसका सूदक 12 घंटे पहले यानि तड़के 4.15 बजे से शुरू हो गया है. खंडग्रास सूर्यग्रहण के चलते जयपुर में शहर आराध्य गोविंददेव जी मंदिर की झांकियों के समय में परिवर्तन किया गया है.
गोविंद देवजी मंदिर में शाम को दर्शन खुले रहेंगे. शाम 5 बजे वाली ग्वाल झांकी नहीं होगी. संध्या झांकी 5.45 से 6.45 के बजाय 7.30 से 8.15 तक और शयन झांकी रात 8 से 8.15 के बजाय 8.45 से रात 9 बजे तक होगी. ग्रहण काल के दौरान मंदिर के पट खुले रहेंगे और हरिनाम संकीर्तन होगा. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में सूर्यग्रहण के चलते जाली वाला पर्दा लगाया हुआ हैं. इसके साथ ही अक्षरधाम मंदिर शाम छह बजे तक बंद रहेगा.
वहीं, खोले के हनुमान जी मंदिर में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश सुबह से बंद है. अन्य मंदिरों मे भी शाम तक सूर्यग्रहण और सूदक का असर रहने से समय में बदलाव किया गया है. यानि 52 प्रतिशत सूर्यग्रहण होने से शाम 5.33 बजे आधा बिंब 50 प्रतिशत ही चमकीला दिखेगा. सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में शाम 4.15 बजे ग्रहण दिखेगा. सूर्य ग्रहण देखने के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करें. इस दौरान चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीचों बीच आ जाएगा. जिससे चन्द्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ेगी और कुछ देर के लिए सूर्य का प्रकाश कम दिखाई देगा.
भारत के अधिकांश हिस्सों में ग्रहण के साथ ही सूर्य अस्त हो जाएगा. यूरोप, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, अफ्रीका के कुछ देशों उत्तरी हिंद महासागर, पश्चिमी एशिया आदि में अधिक समय तक रहेगा. प्रदेश में श्रीगंगानगर में सबसे अधिक 58 फीसदी और बासंवाड़ा में सबसे कम 45 फीसदी सहित कोटा में 48 फीसदी ग्रहण दिखाई देगा.
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