Jaipur: राजस्थान में सीआईडी (CID) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की ओर से नशे की तस्करी को रोकने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत प्रदेश के अलग-अलग जिलों में एनडीपीएस (NDPS Act) की कार्रवाईयों को अंजाम दिया जा रहा है. इस साल क्राइम ब्रांच की ओर से प्रदेश में 15 बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम दिया गया. करोड़ो रुपये के नशे का सामान बरामद कर कुख्यात तस्करों (smugglers) को गिरफ्तार किया गया है.


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प्रदेश में नशा तस्करी (Drug trafficking) को रोकने के लिए आए दिन जिला स्तर पर कार्रवाईयां की जाती है. लेकिन कुछ जिलों में इन तस्करों का जाल ऐसा फैला होता है कि स्थानीय पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई नही कर पाती. लेकिन ए़़डीजी क्राइम रवि प्रकाश मेहरडा (Ravi Prakash Mehrda) के निर्देशन में पुलिस मुख्यालय के सीआईडी ब्रांच (CID Branch) की ओर से प्रदेश के अलग अलग हिस्सो में जाकर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाईयों को अंजाम दिया जा रहा है. हालांकि क्राइम ब्रांच का खुद का थाना नहीं होने की वजह से स्थानीय पुलिस की मदद से कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज कराया जाता है. जिसमे आगे की जांच स्थानीय पुलिस के हाथ में होती है. सीआईडी सीबी डिवाईएसपी पुष्पेन्द्र सिंह (Pushpendra Singh) ने बताया कि इस साल पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 29 तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के कब्जे से क्राइम ब्रांच की टीम ने भारी मात्रा में स्मैक, अफीम, गांजा, डोडा चूरा, डोडा पोस्त बरामद किया है.


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सीआईडी की ओर से क्राइम ब्रांच की एक अलग विंग काम करती है, जो कि नशे की तस्करी को रोकने के लिए हाईटेक संसाधनों के साथ काम करती है. क्राइम ब्रांच की टीम में ऐसे अधिकारी है जो कि एटीएस, एसओजी सहित पुलिस की विशेष शाखाओं में काम कर चुके है. यही कारण है कि एक सीमित पुलिस अधिकारियों की टीम होने के बावजूद प्रदेश में नशा तस्करी रोकने में पुलिस मुख्यालय से संचालित ये क्राइम ब्रांच एक महत्वपुर्ण भुमिका निभा रहा है.


सीआईडी के क्राइम ब्रांच की ओर से साल 2021 में की गई बड़ी कार्रवाईयां
14 जनवरी को कोटा शहर के अनंतपुरा इलाके में 100 ग्राम स्मैक के साथ तस्कर गिरफ्तार किया गया. 26 जनवरी को चितौड़गढ के भेदसर इलाके से 96 किलो डोडा चूरा कंटेनर के साथ जब्त किया गया. 18 मार्च को चितौड़गढ के राशमि इलाके से करीब साढे़ 30 किलो अफीम और 10 लाख नकदी के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार किए गए थे. 20 मार्च को जोधपुर के डांगियावास इलाके से 80 ग्राम अफी का दूध जब्त किया गया था. 8 मई को अजमेर के भिनाय इलाके से 3 किलो अफीम के साथ 1 तस्कर गिरफ्तार किया गया था. 14 मई को अजमेर के पीसांगन से करीब 14 किलो अफीम के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार हुए थे. 23 मई को चितौड़गढ के निम्बाहेड़ा इलाके से 512 किलो डोडा चूरा जब्त किया गया था. 27 मई को एनसीबी जोधपुर के साथ सयुक्त कार्रवाई में 5 तस्करों के साथ 565 किलो गांजा जब्त किया गया था. 4 जून  को चितौड़गढ के मंगलवाड इलाके से 4 हजार 348 किलो डोडा पोस्त के साथ 1 तस्कर गिरफ्तार किया गया था. 14 जून को भीलवाड़ा के जहाजपुर क्षेत्र से 1 किलो 270 ग्राम अफीम व 16 किलो डोडा चुरा के साथ 3 तस्कर  गिरफ्तार किए गए थे. 11 जुलाई को चितौड़गढ के गंगरार इलाके से 180 किलो डोडा पोस्त के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार किए गए थे. 13 अगस्त को राजसमंद के देवगढ़ इलाके में 1 किलो 600 ग्राम अफीम के साथ 1 तस्कर गिरफ्तार किया गया था. 30 अगस्त को चितौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा इलाके से 180 किलो गांजा के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार  किया गया था. 4 सितंबर को जोधपुर के बिलाड़ा इलाके के 790 किलो डोडा पोस्त के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार हुए थे. 13 सितंबर को भीलवाड़ा के पुर थाना इलाके के 560 किलो गांजा के साथ 4 तस्कर गिरफ्तार हुए थे.


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क्राइम ब्रांच की ये कार्रवाईयां साफ करती है कि प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में किस तरह से भारी मात्रा में नशे का सामान पहुंच रहा है. वहीं, दूसरी ओर से कार्रवाईयां ये भी साफ करती है कि जिला स्तर पर कार्रवाइयां नहीं होने की वजह से क्राइम ब्रांच को जाकर वहां पर एक्शन लेना पड़ा. जरुरत है कि राज्य सरकार की ओर से क्राइम ब्रांच के लिए एक स्पेशल थाने के गठन किया जाए, जिससे कि क्राइम ब्रांच की टीम स्वतंत्र रूप से जाकर बड़ी कार्रवाईयों को अंजाम दे सके.