Jaipur: बेरोजगारों के साथ ही प्रदेश सरकार (State Government) के सरकारी कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर नजर आ रहे हैं. पिछले 13 दिनों से जहां मंत्रालियक कर्मचारी अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर अनशन पर डटे हुए हैं तो वहीं थर्ड ग्रेड शिक्षक भी तबादलों की मांग को लेकर सत्याग्रह (Satyagarh) की राह पर चल रहे हैं.


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इस साल तबादलों के लिए करीब 85 हजार से ज्यादा थर्ड ग्रेड शिक्षकों ने आवेद किया है. ऐसे में अभी तक तबादले नहीं होने के चलते थर्ड ग्रेड शिक्षकों ने भी अब आंदोलन की राह अपना ली है. बीते दो दिनों से थर्ड ग्रेड शिक्षक शहीद स्मारक पर तबादलों की मांग को लेकर सत्याग्रह पर बैठे हैं. राजस्थान एकीकृत शिक्षक संघ अध्यक्ष हरपाल दादरवाल का कहना है कि "जब शिक्षा विभाग ने तबादलों के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी कर ली है तो तबादला सूची जारी करने में इतना विलम्ब क्यूं किया जा रहा है,,जब तक तबादला सूची जारी नहीं होगी तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा."


राजस्थान राज्य मंत्रालियक कर्मचारी संघ 2 अक्टूबर से ग्रेड पे 3600 रुपये करने, सचिवालय के समान वेतन भत्ते करने सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं और अब इन कर्मचारियों की ओर से पूरे प्रदेश में सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दे दी है. संघ अध्यक्ष मनोज सक्सेना का कहना है कि "13 दिनों से अनशन पर बैठे हैं. 6 अनशनकारी अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी वार्ता का कोई दौर शुरू नहीं हो पाया है. अगर जल्द ही सरकार की ओर से वार्ता कर राहत नहीं दी गई तो आने वाले समय में प्रदेशभर के मंत्रालियक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर जाएंगे."


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बहरहाल, बेरोजगारों के साथ ही सरकारी कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर उग्र आंदोलन की राह पर बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब सरकार के सामने चुनौती ना सिर्फ बेरोजगार पेश कर रहे हैं बल्कि सरकारी कार्मिकों को मनाना भी सरकार के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है.