Vaishno Devi Yatra 2022: जम्मू कश्मीर में वैसे तो मां वैष्णो के धाम में हर समय भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन यह समय ऐसा है जब यहां भक्तों की संख्या बढ़ जाती है, जिसकी वजह से मां के दरबार में भारी भीड़ रहती है. ''चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है'' नवरात्रि भक्त मां वैष्णो के इस जैकारे के साथ मां की दर्शन करते हैं. अगर आप भी माता के दर्शन करना चाहते हैं तो अभी से इसकी तैयारी कर लें. 26 सितंबर 2022 से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. ऐसे में आप मां वैष्णो देवी के दर्शन करने जा सकते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आप आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट पर जाकर 3 रात 4 दिन का टूर पैकेज ले सकते हैं. इस पैकेज का नाम मातारानी राजधानी पैकेज है. इसमें सिर्फ 6,390 रुपए में आपका होटल, ट्रेन का टिकट, खाना और कैब सर्विस शामिल है. नई दिल्ली से वैष्णो देवी जाने के लिए इससे सस्ता और अच्छा प्लान आपको शायद ही मिले. आइए जानते हैं वैष्णो देवी जाने से पहले कुछ नियमों के बारे में.


कब जाएं वैष्णो देवी ?
वैसे तो वैष्णो देवी की यात्रा पूरे साल खुली रहती है, लेकिन गर्मियों में मई से जून और नवरात्रि के दौरान यहां सबसे ज्यादा श्रद्धालु पहुंचते हैं. नवरात्र के 9 दिन यहां की रौनक देखते ही बनते है. इस दौरान कटरा में भी बड़े जागरण का आयोजन किया जाता है, तो वहीं भवन को भी बेहद सुंदर सजाया जाता है. 26 सितंबर यानी कल से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं, इसीलिए आपके लिए सबसे बेहतर वक्त है मां वैष्णो देवी के दर्शन का.


मां के दर्शन करना है तो जान लें ये है नियम


ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी
इस गाइडलाइन के तहत उन्हीं तीर्थयात्रियों को अनुमति दी जाएगी जिन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. इसके अलावा आपके फोन में आरोग्य सेतु एप्लीकेशन होना जरूरी है.


कोरोना टेस्ट जरूरी
केवल उन्हीं लोगों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं. फेस मास्क अनिवार्य होगा. जम्मू-कश्मीर से बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को कोविड एंटीजेन टेस्ट करवाना होगा. जिन लोगों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव होगी, उन्हें ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी. जम्मू-कश्मीर के रेड जोन से आने वाले लोगों को भी कोविड एंटीजेन टेस्ट करवाना होगा. 


मूर्तियों को छूने की इजाजत नहीं
तीर्थयात्रियों को गर्भ गृह में प्रवेश से पहले अपने हाथ पैर साबुन से धोने होंगे और हर समय 6 फीट की सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी. मूर्तियों को छूने की इजाजत नहीं होगी. 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों को घर पर ही रहने की सलाह दी गई है.


ये कागजात रखना जरूरी
यात्रियों को अपने साथ फोटो पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ रखना होगा. पहचान पत्र के रूप में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और पैन कार्ड रख सकते हैं.


यहां से ले सकते हैं रजिस्ट्रेशन स्लिप 
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू की है. आप यात्रा के रजिस्ट्रेशन की पर्ची और सभी चीजें आधिकारिक वेबसाइट से ले सकते हैं.


ऑनलाइन यात्रा पर्ची श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से मिलेगी. वेबसाइट पर जाकर पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद एक आईडी और पासवर्ड का चयन करना होगा. उपयोगकर्ता का नाम और पासवर्ड बोर्ड की वेबसाइट के होम पेज पर डालकर यहां से रजिस्ट्रेशन स्लिप ले सकते हैं.  


जयपुर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें. 


अन्य खबरें


Navratri 2022: नवरात्रि में पाना चाहते हैं मां लक्ष्मी की कृपा तो इन 14 वास्तु टिप्स का जरूर रखें ध्यान, घर में होगी धनवर्षा


Shardiya Navratri 2022: इस नवरात्रि पाना चाहते हैं मां दुर्गा की कृपा तो 26 सितंबर से पहले जरूर करें ये उपाय


Chanakya Niti: आपके 100 गुणों पर ठप लगा देगा ये 1 अवगुण, सफल होने के लिए भटकते रह जाएंगे दर-दर


Navratri 2022: 26 सितंबर को हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, जानें शारदीय नवरात्रि की घटस्थापना मुहूर्त


Chanakya Niti: सावधान रहें, दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं ऐसे लोग, भूलकर भी न मांगे इनसे मदद